हरियाणा

संविधान दिवस को राष्ट्रीय कानून दिवस भी कहा जाता है: संदीप तंवर

भिवानी जिला बार सदस्यों ने बाबा साहेब प्रतिमा पर किया माल्यार्पण

भिवानी,(ब्यूरो): बार एसोसिएशन भिवानी के प्रधान व अधिवक्ताओं ने संविधान दिवस, के अवसर पर संविधान गौरव दिवस मनाया और बाबा साहेब को किया नमन
संविधान दिवस, जिसे राष्ट्रीय संविधान दिवस या संविधान गौरव दिवस भी कहा जाता है। बार एसोसिएशन के प्रधान सन्दीप तंवर ऐडवोकेट ने कहा कि हर वर्ष 26 नवम्बर को मनाया जाता है। 26 नवम्बर 1949 को इसी दिन भारत की संविधान सभा ने भारतीय संविधान को अपनाया था, जो 26 जनवरी 1950 से प्रभावी हुआ। यह दिवस हमें न केवल संविधान निर्माताओं के दूरदर्शी दृष्टिकोण की याद दिलाता है, बल्कि नागरिकों के रूप में हमारे अधिकारों, कर्तव्यों और लोकतांत्रिक मूल्यों के प्रति जागरूक भी करता है। संविधान दिवस का उद्देश्य लोगों में संवैधानिक आदर्शों का प्रसार करना, लोकतंत्र को मजबूत करना और सभी के लिए न्याय, स्वतंत्रता, समता और बंधुत्व की भावना को प्रोत्साहित करना है। यह दिन हमें याद दिलाता है कि देश की एकता और प्रगति के लिए संविधान सर्वोच्च मार्गदर्शक है। संविधान दिवस, जिसे राष्ट्रीय कानून दिवस भी कहा जाता है, हर वर्ष 26 नवंबर को मनाया जाता है। इसी दिन वर्ष 1949 में भारत की संविधान सभा ने भारतीय संविधान को औपचारिक रूप से अपनाया था। यह दिवस संविधान निर्माताओं, विशेष रूप से डॉ. भीमराव आंबेडकर के महान योगदान को स्मरण करने का अवसर है। संविधान दिवस नागरिकों में संवैधानिक मूल्यों—न्याय, स्वतंत्रता, समानता और बंधुत्व—के प्रति जागरूकता बढ़ाने का प्रतीक है। इस अवसर पर बार एसोसिएशन के प्रधान सन्दीप तंवर ऐडवोकेट भिवानी लघु सचिवालय में स्थित बाबा साहेब डॉक्टर भीमराव अम्बेडकर जी के स्टेच्यू पर पुष्प अर्पित किए और बाबा साहेब को नमन किया और उनके द्वारा दिखाए रास्ते पर चलने की प्रेरणा ली दौरान अधिवक्ता साथी मौजुद रहें बार एसोसिएशन के सचिव विनोद भारद्वाज, शमशेर सिंह दहिया, विजय चौहान, देवेन्द्र तंवर, मुकेश चौहान, पुनम जनागल, रमेश तंवर, मुकेश खरकिया, राजीव गौड, राजेंद्र गोरा, अनिल दहिया, राजेश सिन्धू, परमहंस चौपड़ा, अजय घणघस, ओम परमार, सुभम सोढ़ी, अजय सभरवाल, शिव कुमार बेडवाल, सुनील सिंगला, आदि अधिवक्ता मौजुद रहें और सभी अधिवक्ताओं ने बाबा साहेब को नमन किया और उनके द्वारा दिखाए रास्ते पर चलने की प्रेरणा ली।

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