नई दिल्ली : दो ट्रेनों में प्रतीक्षासूची (वेटिंग) टिकट धारकों के लिए रेलवे राहत की घोषणा करने जा रहा है। इसके लिए लंबी और मध्यम दूरी की दो दर्जन से अधिक प्रमुख ट्रेनों के समकक्ष एक घंटे के अंतराल पर नई ट्रेन चलेगी। इनमें 50% डिब्बे जनरल और स्लीपर क्लास के होंगे। रेलवे ने इसे ‘स्मार्ट ट्रेन कॉन्सेप्ट’ का नाम दिया है, जिसकी घोषणा बजट में हो सकती है।
नई ट्रेनें सालभर चलेंगी, यानी परमानेंट नेचर की होंगी
सूत्रों ने बताया, नई स्मार्ट ट्रेनें असम से दिल्ली, बिहार से दिल्ली व मुंबई, बिहार और ओडिशा से पंजाब समेत व्यस्त रूट पर चलने वाली पॉपुलर ट्रेनों के समानांतर चलाई जाएंगी। इसके लिए अब तक भोपाल एक्सप्रेस, संपूर्ण क्रांति एक्सप्रेस, नीलांचल, केरल संपर्क क्रांति, कर्नाटक संपर्क क्रांति सहित 25 ट्रेनों की पहचान की गई है। नई ट्रेनें सालभर चलेंगी, यानी परमानेंट नेचर की होंगी। शुरुआत से गंतव्य तक के स्टेशनों पर इनका ठहराव भी मूल ट्रेनों जैसा होगा। यात्रा में लगने वाला समय भी कमोवेश उतना ही होगा।
एक अधिकारी ने कहा, नई ट्रेनों से वेटिंग टिकट वाले यात्रियों को सबसे बड़ी सुविधा होगी। एक अधिकारी ने बताया, प्रमुख रूटों पर तीन रेलवे लाइन और डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर बनने से पॉपुलर ट्रेनों के समकक्ष घंटेभर के अंतराल में नई ट्रेन चलाना संभव हो रहा है।
यात्रा में लगने वाला समय भी कमोवेश उतना ही
स्मार्ट ट्रेनों में ज्यादातर सीटें स्लीपर और जनरल क्लास की होंगी। यह किफायती होंगी और ज्यादा से ज्यादा लोगों को यात्रा करने का मौका भी मिलेगा। चर्चित ट्रेनों में यात्रियों की भीड़ कम होगी। स्मार्ट ट्रेनें उन ट्रेनों के समकक्ष चलाई जाएंगी, जिनमें सालभर रिजर्वेशन फुल रहता है। यह भी देखा जाएगा कि कौन से रूट हैं, जहां नियमित सफर करने वाले यात्रियों का बोझ ज्यादा रहता है।यह भी देखा जाएगा कि कौन से रूट हैं, जहां नियमित सफर करने वाले यात्रियों का बोझ ज्यादा रहता है।लोकप्रिय और बड़े शहरों को जोड़ने वाली ट्रेनों को प्राथमिकता दी जाएगी। मुंबई, दिल्ली, बेंगलुरु जैसे जॉब सेंटरों तक जाने वाली ट्रेनें शामिल। होगा।