उत्तर-पश्चिमी हवाओं से हरियाणा में ठंड बढ़ी, सरसों की बुआई के लिए मौसम हुआ परफेक्ट
चंडीगढ़: हरियाणा में अब मौसम ने करवट ले ली है.पहाड़ों की ओर से आ रही उत्तर-पश्चिमी हवाओं के चलते रात का तापमान तेजी से गिरने लगा है.सुबह के समय हल्की ठिठुरन महसूस की जा रही है, जबकि दिन में तेज धूप के कारण तापमान 33 डिग्री सेल्सियस के आसपास बना हुआ है. दिन और रात के तापमान में लगभग दोगुना अंतर होने से ठंड धीरे-धीरे दस्तक दे रही है.
मौसम विभाग की मानें तो पिछले छह दिनों में न्यूनतम तापमान में लगातार गिरावट दर्ज की गई है. 11 अक्टूबर को 17.1 डिग्री से घटकर 16 अक्टूबर को 15.8 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है. ऐसे में अगर अक्टूबर के अंत तक मौसम शुष्क रहा तो न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस तक गिर सकता है.
ज्यादा बारिश से बढ़ी ठंड: इस बारे में आईएमडी के वैज्ञानिक डॉ. शिवेंद्र सिंह ने बताया कि, “अक्टूबर के शुरुआती हफ्ते में पश्चिमी विक्षोभ के कारण हुई बारिश ने तापमान को औसत से नीचे ला दिया है. इस बार 30 एमएम बारिश रिकॉर्ड की गई, जो सामान्य से 649 प्रतिशत ज्यादा है. 2004 के बाद यह सबसे अधिक बारिश वाला अक्टूबर है. बारिश के कारण अधिकांश जिलों में तापमान सामान्य से नीचे बना हुआ है.”
सरसों की बुआई के लिए वेदर परफेक्ट: वहीं, मौसम वैज्ञानिक डॉ. मदन खीचड़ ने बताया कि, “दिन में धूप और रात में बढ़ती ठंडक सरसों की बुआई के लिए बिल्कुल अनुकूल है. किसान इस समय अच्छी किस्म की सरसों बोएं, जिससे पैदावार बेहतर मिलेगी.
और बढ़ेगी ठंड: मौसम विभाग के मुताबिक जैसे-जैसे दिन और रात के तापमान का अंतर घटेगा, ठंड और ज्यादा बढ़ेगी. नवंबर की शुरुआत में दिन के समय भी ठंड का असर महसूस होने लगेगा.




