हरियाणा

रामूपुरा को हांसी में जोड़ने से दिक्कतें, खर्च और समय बढ़ने का हवाला

बवानीखेड़ा। हांसी को जिला बनाने की घोषणा के बाद भिवानी जिले में ही बने रहने के लिए रामूपुरा (बलियाली) के ग्रामीणों का रुझान तेज हो गया है। हांसी जिले में जोड़े जाने पर पंचायतों ने सख्त रुख अपनाने के संकेत दिए हैं। वीरवार को रामूपुरा के ग्रामीणों ने तहसील कार्यालय में पहुंचकर, तहसीलदार की अनुपस्थिति में रीडर रुपेंद्र के माध्यम से मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा।

ग्रामीणों ने कहा कि सोशल मीडिया के जरिये उन्हें जानकारी मिली कि बवानीखेड़ा को हांसी जिले में जोड़ा जा सकता है, लेकिन उन्होंने प्रशासनिक, भौगोलिक, शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार के अवसरों की दृष्टि से अपने गांवों को भिवानी जिले में ही रखने की मांग की। मुकेश, सचिन, पतराम, देवेंद्र, बलबीर, मीनू, बलवान, उषा, उग्रसैन, बबली, शंकर, रमेश, राजेश, संजय कुमार, रेखा, सोनू, इंद्र सिंह ने कहा कि तहसील और जिला दोनों उनके गांवों के पास हैं और दोनों की दूरी भी बहुत कम है। यदि उनके गांवों को हांसी से जोड़ा जाता है तो उन्हें दो बसें बदलनी पड़ेंगी, जिससे न केवल उनके खर्च में बढ़ोतरी होगी, बल्कि समय की भी बर्बादी होगी।

ग्रामीणों ने बताया कि रामूपुरा और बलियाली की जनसंख्या लगभग 35,000 है, और इसलिए, उन्हें हांसी से न जोड़कर बवानीखेड़ा को उपमंडल बनाते हुए भिवानी जिले के साथ जोड़े रखना चाहिए। ग्रामीणों ने कहा कि अगर सरकार उनके सुझाव को नज़रअंदाज करती है, तो वे इस फैसले का विरोध करेंगे।

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