हरियाणा

“जितने पैसे कमाए हैं, वो लोगों को ईमानदारी से बता दे…” दुष्यंत के बयान पर चौधरी बीरेन्द्र सिंह का पलटवार

उचाना: जींद जिले के उचाना स्थित राजीव गांधी महाविद्यालय पहुंचे पूर्व केंद्रीय मंत्री चौधरी बीरेन्द्र सिंह ने अपनी टीम के कार्यकर्ताओं से विधानसभा चुनाव की रणनीति पर बातचीत की । इस दौरान उन्होंने पत्रकार वार्ता की, जिसमें उन्होंने कई मुद्दों को लेकर सीएम नायब सिंह सैनी, भाजपा और दुष्यंत चौटाला पर जमकर निशाना साधा।

बता दें कि कुछ दिन पहले दुष्यंत ने कहा था कि लोगों ने बीजेपी की भड़ास हमारे ऊपर निकाल दी और हम विधानसभा चुनाव में दुगुनी रफ्तार से चुनावी मैदान में उतरेंगे। इस पर पलटवार करते हुए कहा कि बीरेन्द्र सिंह ने कहा कि सबसे पहले उसने जितने पैसे कमाए हैं, वह लोगों को ईमानदारी से बता दें। फिर लोग थोड़ी बहुत उनकी बात सुनेंगे। वरना कोई बात नहीं सुनने वाला।

सीएम सैनी पर जमकर बरसे चौधरी बीरेन्द्र सिंह

सीएम नायब सिंह सैनी ने कहा था कि कांग्रेस एक झूठ की पार्टी है और राहुल गांधी उनके सरगना। इस बात पर पलटवार करते हुए बीरेन्द्र सिंह ने कहा कि कौन हैं नायब सैनी? मुख्यमंत्री बन गए तो राहुल गांधी का मुकाबला करेंगे क्या? पहले वो अपनी भाषा को ठीक करें। जो आदमी बड़ा बनना चाहता है, राजनीतिक तौर पर उसे भाषा पर संयम रखनी चाहिए। उनको पता नहीं है, राहुल गांधी जब चेन्नई से यात्रा शुरू करता है, तब लाखों लोग उसके साथ चलते हैं। जब मुंबई में अपनी यात्रा खत्म करता है, 7-8 लाख लोग उसकी रैली में इकट्ठा होते हैं। उस आदमी का देश की राजनीति में अपना एक स्थान है। उसकी या उसकी नीतियों की तो आप बात कर सकते हैं, जो आपको पसंद नहीं होगी, क्योंकि आप दूसरी पार्टी में हो। लेकिन यह कहना कि ये कुछ नहीं है, ये सब छोटी बातें हैं और ये छोटी बातें नहीं करनी चाहिए।

अग्निवीर केे मुद्दे पर भी रखी अपनी राय

अग्निवीर के मुद्दे पर बोलते हुए चौधरी बीरेन्द्र सिंह ने कहा कि हमारी फौज का जो सिपाही है, उसको अगर आप 22-23 साल की उम्र में घर भेज देते हो, कितने ही पैसे देने की बात करो, कितना ही रिटायरमेंट पर पैसा देने की बात करो, बात यह है कि देश की फौज जब तक मजबूत नहीं होगी, कुछ नहीं होगा। मैं अपने तरीके से यह बात सोचता हूं कि इस देश की फौज को कमजोर करने की कोई बात है तो उसमें अग्निवीर भी एक वजह है। यह देश की सुरक्षा के लिए अच्छी बात नहीं है। आज अखबार में देखा था कि अमेरिका भी भारतीय सैनिकों को भर्ती करेगा। ये वो सैनिक हैं, जिन्होंने 15-20 साल इस देश की सेना में काम किया है। इनकी कार्यशैली से दुनिया के दूसरे देश प्रभावित हैं।

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