धर्म/अध्यात्महरियाणा

धर्म, भक्ति, और सच्चे मार्ग पर चलने की प्रेरणा देना है: वेला पारीक

108 महिलाओं ने लिया कलश शोभा यात्रा में भाग, दिया शांति का संदेश

भिवानी, (ब्यूरो): स्थानीय न्यू हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन आज कलश शोभा यात्रा के साथ शुरू हुआ। जिसमें 108 महिलाओं ने अपने शीश पर कलश धारण कर प्रभात फेरी निकाली।जिसका शुभारंभ कथा व्यास विदुषी वेला पारीक वृंदावन ने किया। सात दिवसीय श्री मद भागवद कथा का वाचन वृन्दावन से पहुंचे विदुषी वेला पारीक वृंदावन करेंगी। श्रीमद् भागवत कथा के प्रथम चरण में श्रीमद् भागवत कथा वृतांत पर प्रकाश डाला गया। इस अवसर पर गाजे बाजे और नाचते गाते हुए कलश शोभा यात्रा निकाली गई। कथा व्यास विदुषी वेला पारीक वृंदावन ने कहा कि श्रीमद्भागवत कथा हिंदू धर्म की एक महत्वपूर्ण धार्मिक कथा है, जो भगवान श्री कृष्ण के जीवन और उनके उपदेशों पर आधारित है। इस कथा का मुख्य उद्देश्य भक्तों को धर्म, भक्ति, और सच्चे मार्ग पर चलने की प्रेरणा देना है। श्रीमद्भागवत कथा में भगवान श्री कृष्ण के जीवन के विभिन्न पहलुओं को विस्तार से वर्णित किया जाता है, जिसमें उनके बाललीलाओं, गोकुलवास, रासलीला, और महाभारत के युद्ध में उनके योगदान का भी वर्णन है। उन्होंने कहा कि कथा भगवान श्री कृष्ण के जन्म की कहानी से होती है, जिसमें उनकी माता देवकी और पिता वासुदेव की पीड़ा और उनकी विष्णु अवतार की प्रक्रिया का उल्लेख है। इसके बाद, श्री कृष्ण के बालकाल की लीलाएं, जैसे कि मक्खन चुराना, दानवों का वध और गोवर्धन पूजा की घटनाएं वर्णित की जाती हैं। कथा में उनके जीवन के अन्य महत्वपूर्ण पहलुओं, जैसे कि अर्जुन को गीता का उपदेश देना, रासलीला, और दुष्ट राजा कंस का वध भी शामिल है। इस अवसर पर कथा संयोजक रामअवतार शर्मा, शिक्षाविद आशा पाहुजा, निशा शर्मा, शिल्पी चावला, राजबाला कौशिक, प्रवीण सोनी, पूनम शर्मा, शिक्षा विद संगीता , सीमा शर्मा, राजेश मुखी , महेश सरपंच, पंडित अनिल शास्त्री, बाबूलाल शास्त्री सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति शामिल रहे।

Related Articles

Back to top button