चन्द्रशेखर आजाद ने वीरता की नई परिभाषा लिखी थी: महेन्द्र पाल यादव

भिवानी,(ब्यूरो): चन्द्रशेखर आजाद भारतीय स्वतन्त्रता संग्राम के स्वतंत्रता सेनानी थे। वे शहीद राम प्रसाद बिस्मिल व शहीद भगत सिंह सरीखे क्रान्तिकारियों के अनन्यतम साथियों में से थे। यह बात स्वतंत्रता सेनानी उत्तराधिकारी कल्याण संगठन के संस्थापक राष्ट्रीय अध्यक्ष महेन्द्र पाल यादव ने शहीद चन्द्रशेखर आजाद के बलिदान दिवस पर श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि चन्द्रशेखर आजाद ने वीरता की नई परिभाषा लिखी थी। उनके बलिदान के बाद उनके द्वारा प्रारम्भ किया गया आन्दोलन और तेज हो गया, उनसे प्रेरणा लेकर हजारों युवक स्वतन्त्रता आन्दोलन में कूद पड़े। आजाद की शहादत के सोलह वर्षों बाद 15 अगस्त सन् 1947 को हिन्दुस्तान की आजादी का उनका सपना पूरा तो हुआ किन्तु वे उसे जीते जी देख न सके।
इस अवसर पर रणबीर सांगवान, धर्मपाल ग्रेवाल, बिजेन्द्र कोंट, सुभाष बामला,रामपाल यादव, सुरजभान बामला, राजेश रोहनात,रामअवतार गुप्ता, प्रकाश धनाना, सुरेश किराड़, सतबीर भैणी, चत्तर जीता खेड़ी आदि उपस्थित रहे।