हरियाणा

चंडीगढ़ पुलिस की पहली उर्दू FIR अब डिजिटल, यूटी पुलिस में एक क्लिक पर उपलब्ध होगा रिकॉर्ड

पंचकूला: क्या आप जानते हैं? अधिकांश हिंदी-पंजाबी भाषा बोले जाने वाले चंडीगढ़ शहर की हाईटेक पुलिस ने पहली एफआईआर को उर्दू भाषा में लिखा था. हालांकि अब FIR में अधिकांश हिंदी का उपयोग किया जाता है.

चंडीगढ़ पुलिस ने उर्दू में लिखी थी पहली FIR: दरअसल, 01 नवंबर 1966 को पंजाब से अलग होकर हरियाणा नया राज्य बना और चंडीगढ़ को केंद्र शासित प्रदेश बनाया गया. उस समय पुलिस रिकॉर्ड में उर्दू भाषा का उपयोग प्रचलित था. इस कारण चंडीगढ़ पुलिस थाने में दर्ज की गई पहली आधिकारिक शिकायत (एफआईआर) को उर्दू भाषा में हाथ से लिखा गया था. ये एक ऐतिहासिक रिकॉर्ड है, जिसे पुलिस-प्रशासन ने आज भी सुरक्षित रखा है.

पहली प्राथमिकी सूचना रिपोर्ट का इतिहास: दरअसल, पहली प्राथमिक सूचना रिपोर्ट (एफआईआर), 01 फरवरी 1954 को उर्दू भाषा में हाथ से दर्ज की गई थी. क्योंकि उस समय, अविभाजित पंजाब के दिनों की विरासत के कारण पुलिस थानों में उर्दू और फारसी शब्दों का भारी उपयोग सामान्य बात थी. जबकि वर्तमान समय में भी उत्तर भारत के कई राज्यों की पुलिस अपने दैनिक कार्यों और आधिकारिक दस्तावेजों में उर्दू/फारसी के कई पुराने शब्दों का उपयोग जारी रखे हुए है.

पहले का रुड़की पराओ अब सेक्टर 17 थाना: यहां चंडीगढ़ पुलिस की जिस पहली एफआईआर की बात की जा रही है, उसके बारे में ये जानना भी जरूरी है कि आखिर उस समय उसे दर्ज क्यों किया गया था. दरअसल, उस समय खेती के काम आने वाले कुछ लोहे के सामान की चोरी हो गई थी. इस चोरी के अपराध में इस एफआईआर को 01 फरवरी 1954 को तत्कालीन रुड़की पराओ पुलिस चौकी, जिसे अब (सेक्टर 17 पुलिस स्टेशन) के नाम से जाना जाता है, में दर्ज की गई थी. क्योंकि उस समय चंडीगढ़ का क्षेत्र हरियाणा के जिला अंबाला के चंडीमंदिर पुलिस स्टेशन के अधिकार क्षेत्र में आता था.

2013 से डिजिटलाइज हुई एफआईआर: वर्तमान समय की बात करें तो चंडीगढ़ पुलिस की कार्यप्रणाली अब एक क्लिक पर लोगों के हाथ में है. क्योंकि डिजिटलाइजेशन के दौर में चंडीगढ़ पुलिस का अधिकांश कामकाज वर्तमान में ऑनलाइन है. वर्ष 2013 से चंडीगढ़ पुलिस द्वारा दर्ज की जाने वाली प्राथमिक सूचना रिपोर्ट (एफआईआर) ऑनलाइन कर दी गई थी. अब लोग ऑनलाइन अपना विवरण भरकर एफआईआर अपने मोबाइल पर ही डाउनलोड कर सकते हैं. केवल एफआईआर ही नहीं पुलिस वेरीफिकेशन रिपोर्ट से लेकर किसी भी प्रकार की सूचना, शिकायत, पासपोर्ट वेरिफिकेशन या फिर किसी भी अन्य जरूरत या दस्तावेजी प्रक्रिया को ऑनलाइन ही पूरा किया जा सकता है.

चंडीगढ़ में 6 हजार से अधिक पुलिसकर्मी: जिस चंडीगढ़ शहर को पांच लाख लोगों के लिए बसाया गया था, उसकी वर्तमान जनसंख्या दस लाख से कहीं अधिक है. इसके चलते शहर की बढ़ती जरूरतों को पूरा करने के लिए चंडीगढ़ पुलिस ने अपने बुनियादी ढांचे और यातायात प्रबंधन को मजबूत करने की दिशा में भी कई कदम उठाए. नतीजतन चंडीगढ़ पुलिस में वर्तमान में छह हजार से अधिक (महिला-पुरुष) पुलिसकर्मी सेवारत हैं.

चंडीगढ़ पुलिस की मुख्य यूनिट्स: चंडीगढ़ पुलिस विभाग के वर्तमान डीजीपी, आईपीएस, डॉक्टर सागर प्रीत हुड्डा हैं. जबकि एसएसपी (आईपीएस) कंवरदीप कौर हैं. यदि चंडीगढ़ पुलिस की विभिन्न इकाइयों की बात करें तो अपराध शाखा, आर्थिक अपराध शाखा, ऑपरेशन सेल, सुरक्षा शाखा, यातायात पुलिस, पीसीआर आदि चौबीसों घंटे ऑन ड्यूटी हैं.

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