स्कूल की चौथी मंजिल से गिरी 9 साल की छात्रा, CCTV फुटेज से उठे आत्महत्या के शक

जयपुर के एक प्राइवेट स्कूल में शुक्रवार को छठी कक्षा की एक छात्रा की रहस्यमय परिस्थितियों में मौत हो गई. वहीं घटना की जांच के लिए भेजी गई शिक्षा विभाग की टीम ने आरोप लगाया कि स्कूल प्रबंधन ने जांच में सहयोग नहीं किया. पहले बताया जा रहा था छात्रा चौथी मंजिल से गिरी है, मगर अब उसके कूदने का फुटेज सामने आया है. पुलिस के अनुसार, प्रथम दृष्टया यह आत्महत्या का मामला प्रतीत होता है और पुलिस परिसर में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाल रही है ताकि घटना के कारणों का पता लगाया जा सके.
घटना के बाद स्कूल मैनेजमेंट से जुड़े लोग छात्रा को लेकर मेट्रो अस्पताल पहुंचे थे, जहां डॉक्टरों ने उसको मृत घोषित कर दिया था. छात्रा की मौत गंभीर हेड इंजरी के चलते हुई थी.
घटना के बाद खून साफ करवाया
सूत्रों के अनुसार स्कूल प्रशासन ने घटना के बाद खून साफ करवाया था. वहीं अभी तक स्कूल प्रशासन इस घटना को दुर्घटना बता रहा था. मगर छात्रा के रेलिंग से कूदने का फुटेज सामने आने के बाद तमाम सवाल खड़े हो गए हैं. हालांकि सुसाइड के कारणों की अभी तक जानकारी नही मिल पाई है.
शिक्षा मंत्री ने दिया जांच का आदेश
राज्य के स्कूल शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने घटना पर दुख व्यक्त किया और मामले की विस्तृत रिपोर्ट देने के लिए समिति बनाई है. मंत्री ने कहा, ऐसा लगता है कि स्कूल में सुरक्षा के व्यापक प्रबंध नहीं थे. विद्यालय संचालकों को बच्चों की सुरक्षा के पुख्ता इंताम करने चाहिए.
दिलावर ने अधिकारियों को स्कूल पहुंचकर जमीनी स्तर पर जांच करने के निर्देश दिए. हालांकि छह अधिकारियों की टीम को डेढ़ घंटे से अधिक इंतजार करने के बावजूद कथित तौर पर प्रिंसिपल या प्रबंधन से मिलने नहीं दिया गया.
स्कूल का कोई प्रतिनिधि हमसे नहीं मिला
जिला शिक्षा अधिकारी (प्राथमिक) राम निवास शर्मा ने कहा, ‘न तो प्रिंसिपल और न ही स्कूल का कोई प्रतिनिधि हमसे मिला. मुख्य द्वार अंदर से बंद था और बार-बार खटखटाने पर भी कर्मचारियों ने कोई जवाब नहीं दिया.
अधिकारियों के अनुसार शिक्षा विभाग की टीम अपराह्न तीन बजे स्कूल पहुंची, लेकिन कर्मचारियों ने उन्हें अंदर जाने से मना कर दिया. राम निवास शर्मा ने कहा कि हम गेट पर इंतजार करते रहे और प्रिंसिपल को सूचित करने की कोशिश की, लेकिन कोई आगे नहीं आया. इस तरह का असहयोग करने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने यह भी कहा कि विभाग स्कूल की मान्यता रद्द करने पर विचार कर रहा है.
शिक्षक के व्यवहार से परेशान थी छात्रा
संयुक्त अभिभावक संघ के प्रवक्ता अभिषेक जैन ने आरोप लगाया कि यह आत्महत्या का मामला है क्योंकि पीड़िता कथित तौर पर एक शिक्षक के व्यवहार से परेशान थी. जैन ने कहा कि हमने कई छात्रों से बात की है. यह बात सामने आई है कि लड़की एक शिक्षक के व्यवहार से परेशान होकर चौथी मंजिल से कूद गई. दुख की बात है कि स्कूल प्रशासन ने सबूत मिटा दिए और घटनास्थल की सफाई कर दी.
उन्होंने कहा कि न तो सरकार और न ही स्कूल सुरक्षा मानकों को गंभीरता से ले रहे हैं. जब कोई घटना होती है, तब उनकी नींद खुलती है. हमारी मांग है कि स्कूलों की विभिन्न समितियों में अभिभावकों को भी शामिल किया जाए और उनके सुझाव भी शामिल किए जाएं.




