फतेहाबाद/भट्टूकलां : गांव किरढ़ान व सूलीखेड़ा के बीच खेड़ी नहर में करीब 200 फुट दरार आने से आसपास की करीब 30 एकड़ से भी अधिक भूमि जलमग्न हो गई। नहर की पटरी टूटने की सूचना तुरंत सिंचाई विभाग के अधिकारियों को दी गई, जिस पर अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर नहर का पानी बंद करवा टूटी पटरी को पाटने का काम शुरू करवा दिया है। बीघड़ हैड से निकलकर राजस्थान से सटे गांव खेड़ी तक जाने वाली इस खेड़ी नहर में गुरुवार शाम को पानी छोड़ा गया था।
शुक्रवार को गांव सूलीखेड़ा व किरढ़ान के बीच बुर्जी नंबर 31300 के करीब नहर की पटरी में दरार आ गई। कुछ देर में ही यह दरार फैल कर करीब 200 फुट तक चौड़ी हो गई। पानी का तेज बहाव होने के कारण कटाव अधिक हो गया। नहर टूटने से करीब 30 एकड़ से भी अधिक भूमि जलमग्न हो गई, यहां तक की अधिकतर भूमि पर किसानों ने सरसों व गेहूं की बीजाई कर रखी थी। नहर टूटने से फसल में मिट्टी भर गई। इन दिनो
फसलों की बिजाई का काम चल रहा है। ऐसे में किसान सिंचाई के लिए नहर में पानी आने का इंतजार कर रहे थे, लेकिन नहर की पटरी टूट जाने के कारण सिंचाई प्रभावित हुई है।
क्या कहते हैं कनिष्ठ अभियंता
सिंचाई विभाग के कनिष्ठ अभियंता अश्विनी कुमार ने बताया कि नहर की पटरी में दरार आने की सूचना मिलते ही बीघड़ हैड से पानी बंद करवा दिया और नहर की पटरी पाटने का काम शुरू कर दिया है। पटरी ठीक करते ही नहर में पानी छोड़ा जाएगा।