अंबाला में BRONZE मेडलिस्ट सरबजोत का जोरदार स्वागत, ग्रामीणों ने पहनाई नोटों और फूलों की माला
अंबालाः हरियाणा का शूटर छोरा पेरिस ओलंपिक में झंडे गाड़ने के बाद आज अपने घर अंबाला पहुंचा है। मनुभाकर के साथ 10 मीटर एयर पिस्टल शूटिंग में ब्रांज मेडल जीतने वाले सरबजोत सिंह शुक्रवार को अपने धीन गांव स्थित अपने पैतृक घर पहुंचे। इस दौरान ग्रामीणों ने उनका जोरदार स्वागत किया। सरबजोत को चाहने वालों ने उन्हें नोटों व फूलों की माला पहनाई।
इस दौरान ग्रामीणों के स्वागत से गदगद सरबजोत सिंह ने कहा कि “आज अपने घर व गांव आकर बहुत अच्छा लग रहा है। इस जीत का श्रेय वह अपने परिवार अपने कोच व स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया को देना चाहेंगे। इस बार मेडल लाने में जो कमी रह गई है, उसे दूर कर अगली बार मेडल का रंग बदलना चाहूंगा। मेरा अगला टारगेट 2028 में अमेरिका के लॉस एंजिल्स (LA) में होने वाले ओलिंपिक है, जिसमें मेडल का कलर भी बदलेगा।
वहीं सरबजोत ने अपनी मां हरदीप कौर और पिता जतिंदर सिंह को लेकर कहा कि वह मेरा मैच कभी नहीं देखते हैं। मैच के दौरान मेरे माता-पिता मुझसे ज्यादा नर्वस हो जाते हैं। इसके अलावा उन्होंने बताया कि मैच को लेकर नोट्स तैयार कर रहा हूं, ताकि इस बार जो गलती हुई है, उसे दूर किया जा सके। मेरा प्रयास रहेगा कि हरियाणा में शूटिंग में भाग लेने वाले खिलाड़ियों को टिप्स देकर आगे बढ़ने में उनकी मदद करें। यही मेरे लिए सबसे बड़ी बात होगी।’
सरबजोत ने कहा कि ओलिंपिक में मैच के दौरान उनके दिमाग में कोई प्रेशर या दबाव नहीं था। बस उन पर यही हावी था कि अपना बेस्ट देकर जाना है। इसी बात को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी उत्साहवर्धन किया था कि हार जीत चलती रहती है, लेकिन इसे नेगेटिव वे में नहीं लेना। मेडल आने के बाद प्रधानमंत्री से बात हुई तो वे बहुत खुश थे।