आतंकवाद-परमाणु-PoK-कर्जा… श्रीनगर से राजनाथ सिंह के पाकिस्तान पर 8 वार

राजनाथ सिंह गुरुवार को श्रीनगर पहुंचे हैं. पिछले दिनों भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया था, इसी के बाद दोनों देशों के बीच सीजफायर हुआ. इन दिनों जम्मू-कश्मीर में पाकिस्तान ने अटैक करने की नाकाम कोशिश की. हालांकि, अब पहलगाम अटैक और भारत की तरफ से लॉन्च किए गए ऑपरेशन सिंदूर के बाद रक्षा मंत्री श्रीनगर के पास बादामी बाग छावनी पहुंचे, जहां उन्होंने सेना के जवानों को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने सबसे पहले जवानों का जिक्र किया उन्होंने कहा, मैं जवानों की शाहदत को नमन करता हूं.
रक्षा मंत्री के PAK पर 8 वार
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- रक्षा मंत्री ने कहा, ऑपरेशन सिंदूर के दौरान आपने जो कुछ भी किया उस पर पूरे देश को गर्व है. मैं रक्षा मंत्री के साथ-साथ एक नागरिक के रूप में भी धन्यवाद देना चाहता हूं. जम्मू कश्मीर की जनता ने इस समय एकजुटता दिखाई वो अपने आप में काफी अहम है.
- राजनाथ सिंह ने कहा, भारत कभी युद्ध का पक्षधर नहीं रहा, लेकिन जब हमारी संप्रभुता पर हमला होगा तो हम जवाब देंगे.
- रक्षा मंत्री ने श्रीनगर में सेना को संबोधित करते हुए कहा, ऑपरेशन सिंदूर आतंकवाद के खिलाफ भारत की तरफ से की गई सबसे बड़ी कार्रवाई है. भारत ने पूरी दुनिया को साफ बता दिया है कि हम आतंकवाद के खिलाफ किसी भी हद तक जा सकते हैं.
- राजनाथ सिंह ने कहा, पहलगाम हमले को अंजाम देकर भारत के मस्तक को चोट पहुंचाने और देश की सामाजिक एकता को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की गई. हमने उनकी छाती पर चोट पहुंचाई है. आतंकी और पाकिस्तान में छिपे उनके आका अब भारतीय बलों के निशाने पर हैं.
- रक्षा मंत्री ने पीएम का जिक्र करते हुए कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दो-टूक शब्दों में आतंकवाद के खिलाफ भारत की नीति को Redefine कर दिया है, जो यह कहती है कि हिंदुस्तान की सरजमीं पर किया गया कोई भी आतंकी हमला एक एक्ट ऑफ वॉर माना जाएगा. दोनों देशों में जो अंडरस्टैंडिंग अभी बनी है वो इसी बात को लेकर है कि सरहद पार से कोई बेजा हरकत नहीं की जाएगी. अगर की गई तो बात निकलेगी तो बहुत दूर तलक जाएगी.
- रक्षा मंत्री ने पीओके का जिक्र करते हुए कहा, हमारे प्रधानमंत्री ने यह भी साफ कर दिया है कि आतंकवाद और बातचीत एक साथ नहीं चलेंगे और अगर बात होगी तो आतंकवाद पर होगी, पीओके पर होगी.
- राजनाथ सिंह पाकिस्तान की परमाणु शक्ति पर बात करते हुए कहा, आज आतंकवाद के खिलाफ भारत की प्रतिज्ञा कितनी कठोर है, इसका पता इसी बात से चलता है कि हमने उनके न्यूक्लियर ब्लैकमेल की भी परवाह नहीं की है. पूरी दुनिया ने देखा है कि कैसे गैर जिम्मेदाराना तरीके से पाकिस्तान की तरफ से भारत को अनेक बार एटमी धमकियां दी गईं हैं. आज श्रीनगर की धरती से मैं पूरी दुनिया के सामने यह सवाल उठाना चाहता हूं कि क्या ऐसे गैर जिम्मेदार और Rogue Nation के हाथों में परमाणु हथियार सुरक्षित हैं? मैं मानता हूं कि पाकिस्तान के एटमी हथियारों को IAEA यानि (International Atomic Energy Agency) की निगरानी में लिया जाना चाहिए.
- पाकिस्तान के कर्ज का जिक्र करते हुए रक्षा मंत्री ने कहा, रही बात पाकिस्तान की, तो उसकी मैं बात ही क्या करूं आपसे. वह देश तो, मांगते-मांगते अपनी जहालत से एक ऐसी हालत में आ गया है कि उसके बारे में यह भी कहा जा सकता है कि पाकिस्तान जहां खड़ा होता है, वहीं से मांगने वालों की लाइन शुरू होती है. अभी आपने सुना ही होगा कि कैसे वो फिर एक बार, IMF के पास कर्ज मांगने गया. वहीं, दूसरी तरफ हमारा देश है, कि हम, आज उन देशों की श्रेणी में आते हैं, जो IMF को कर्ज देते हैं, ताकि IMF गरीब देशों को कर्ज़ दे सकें.
“हम ने कर्म देखकर मारा”
राजनाथ सिंह ने इस दौरान पहलगाम हमले का जिक्र करते हुए कहा, आतंकियों ने पहलगाम में धर्म पूछकर, हमारे निर्दोष लोगों को मारा. उसके बाद आपने जो जवाब दिया, उसे पूरी दुनिया ने देखा. उन्होंने यह नहीं सोचा, कि आम नागरिकों ने उनका क्या बिगाड़ा है, उन्होंने ऐसा क्या किया है, कि उन्हें मार दिया जाए? पर मैं यहां कहना चाहूंगा, कि आतंकियों ने भारतीयों को धर्म देखकर मारा, तो हमने आतंकियों को उनका कर्म देखकर मारा. उन्होंने धर्म देखकर बेगुनाहों की जान ली, यह पाकिस्तान का कर्म था. हमने कर्म देखकर उनका खात्मा किया, यह हमारा भारतीय धर्म था.




