दुष्यंत के बयान पर बीरेंद्र का पलटवार, बोले- उनके साथ कोई नहीं जुड़ना चाहता
उचाना: हरियाणा प्रशासनिक सेवा में चयनित युवाओं के आदर्श व उचाना के चमकते सितारों के लिए राजीव गांधी महाविद्यालय में अभिनंदन समारोह का आयोजन किया गया। जिसके मुख्य अतिथि के तौर पर पूर्व केंद्रीय मंत्री व कांग्रेस नेता चौधरी बीरेंद्र सिंह पहुंचे जहां सभी चयनित 4 विद्यार्थियों को सम्मानित किया गया। पत्रकारों से बातचीत करते हुए बीरेंद्र सिंह ने बीजेपी और जेजेपी पर जमकर निशाना साधा।
आज का कार्यक्रम बांगर शिक्षा समिति उचाना व बांगर शिक्षा ट्रस्ट उचाना दोनों ने मिलकर राजीव गांधी कॉलेज उचाना और बीरेंद्र सिंह कॉलेज आफ नर्सिंग जो दोनों संस्थाएं मिलकर चलाते हैं, इन्होंने हरियाणा पब्लिक सर्विस कमिशन में इस क्षेत्र के चार जो बच्चे मेरिट में आए हैं। उनमें दो लड़के हैं और दो लड़कियां हैं और बड़ी अच्छी उपलब्धि है उनकी। उनको हमने सम्मानित किया है और लोगों को खासतौर पर युवा पीढ़ी को हमने इसमें बुलाया है। ताकि उन लोगों को भी थोड़ी इन बातों से प्रेरणा मिले। इस प्रेरणा के माध्यम से ही यहां शिक्षा का स्तर शिक्षा है, लेकिन शिक्षा का वो स्तर नहीं है जो होना चाहिए। क्योंकि आज के युग में शिक्षित होना कोई बड़ी बात नहीं है। सुविधाएं हैं लेकिन जो ग्रामीण क्षेत्र है। स्कूल है और सुविधाएं हैं लेकिन शिक्षा में और बहुत कुछ करना बाकी है। इसे बच्चों को प्रेरणा मिलेगी। इन संस्थाओं के माध्यम से सम्मानित करते हुए यह भी कहा है कि आने वाले समय में सम्मानित करने का ।जो भी बच्चे इन चीजों में उभर कर आएंगे उनको सम्मानित करते रहेंगे।
दुष्यंत पर बीरेंद्र का पलटवार
इनेलो बसपा गठबंधन को दुष्यंत चौटाला द्वारा साजिश का गठबंधन बताए जाने के सवाल पर कहा कि दुष्यंत चौटाला से तो साजिश का भी गठबंधन नहीं होता।उसके साथ कोई जुड़ना ही नहीं चाहता तो। वो तो इनको साजिश ही कहेगा, लेकिन गठबंधन है ये पहले भी रहा है आपको भी पता है। तीन बार इनेलो का और बसपा का गठबंधन रहा है, लेकिन मैं पहले भी जैसे बोल चुका हूं कि जो क्षेत्रीय दल है इस चुनाव में उनका कोई अस्तित्व नजर नहीं आ रहा। जिसे लोगों में यह चर्चा हो कि ये दल भी मुकाबले में आएंगे ऐसा लगता नहीं है।
लोकसभा चुनाव में 5-5 सीटें दोनों पार्टियों की आई थी तो क्या विस चुनाव में 50-50 का मुकाबला रहेगा के सवाल पर चौधरी बीरेंद्र सिंह ने कहा कि 50-50 तो लोकसभा चुनाव में कोई बड़ी बात नहीं होती। लोकसभा चुनाव में मतदाता बड़े परिपेक्ष में मतदान करता है। जब असेंबली का चुनाव होगा तो आमने-सामने के लड़ाई ज्यादा गंभीर है और इसलिए मैं कह रहा हूं कि जो क्षेत्रीय दल हैं उनका एक किस्म से चुनाव से अलग या मैं कहूं साइड लाइन होना। तो मैं मुख्य तौर से कहूं कि भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के बीच में है यह पूरा चुनाव और जैसे लोगों का मन है। मैं आज भी यह बात कहता हूं कि 70% लोग या मतदाता आज भारतीय जनता पार्टी की सरकार से , हरियाणा सरकार के, भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व के खिलाफ हैं और खिलाफ भी उन्होंने कर दिया। 10 साल में कोई एक भी नेतृत्व ऐसा उभरकर नहीं आया जो लोगों के सामने कहे कि आप हमारे साथ जुड़ो हम आपके कष्टों का निवारण करूंगा। कोई नहीं है। अब इसलिए हालत यह है कि बाहर से अब MLA में भी पता नहीं बाहर से कितने कैंडिडेट लेने पड़ेंगे।
मीटिंग में रखे सवालों पर बोले बीरेंद्र सिंह
कांग्रेस की मीटिंग हुई थी जिसमें आप भी शामिल थे जिसमें लिखे सवालों को कैसे जनता के बीच लेकर जाया जाएगा के सवाल पर कहा कि प्रश्न बता दिया है मैंने । प्रश्न इतने ज्यादा है कि अगर जिक्र करें तो बहुत घंटे लग जाएंगे। सबसे बड़ा प्रश्न यह है कि भारतीय जनता पार्टी राजनीतिक सोच नहीं रखती और हरियाणा के परिपेक्ष में राजनीति का सोच ना रखने का मतलब यह है कि उनकी सोच यही रही कि जात-पात के नाम पर लोगों को बांटकर वोट ले लो। उनकी सोच यही रही कि धर्म के नाम पर लोगों को गुमराह कर के आपस मेंतनाव पैदा करो। उसकी सबसे बड़ी मिसाल सबसे बड़ी नूंह के अंदर है। वहां हिंदू और मुसलमान ने इकट्ठा होकर कहा की माफ करो हमारी संस्कृति और सभ्यता यह नहीं है कि हम आपस में लड़ाई करें। हम भी इकट्ठे रहेंगे और समाज भी इकट्ठा रहेगा। और मैं यह भी बताता हूं कि जिस तरह से जाति पाति के आधार पर उन्होंने वोट लेने की कोशिश की उसमें भी वो फेल हुए। हर जाति ने भी कांग्रेस को वोट दिया है और भारतीय जनता पार्टी को इसका एहसास होना चाहिए कि आपकी नीतियों में जो यह कठुता है। जो ये पैदा कर रहे हैं। कभी ना कभी इन्हीं (BJP) को हिसाब देना पड़ेगा। और जो आप (पत्रकार ) कह रहे हैं कि बड़ा संघर्ष होगा। कुछ संघर्ष नहीं होना। मैं अब सीटों के आंकड़े नहीं बताता, लेकिन ये बताता हूं कि जब 75 वाले 40 पर आ सकते हैं तो आप खुद देख लेना।