पानीपत : पुलिस अधीक्षक लोकेंद्र सिंह के मार्गदर्शन में कार्रवाई करते हुए सीआईए टू पुलिस टीम ने नाकाबंदी कर एक आरोपी को चोरी की बाइक सहित काबू कर उसकी निशानदेही पर नाबालिग सहित 2 बाइक चोरों को गिरफ्तार किया।
पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से चोरी की 9 बाइक व एक बाइक का इंजन बरामद किया। आरोपियों से पूछताछ में खुलासा हुआ नाबालिग व उसका साथी आरोपी करीब 2 साल से बाइक चोरी की वारदातों को अंजाम देने में सक्रिय थे। पहली बार पुलिस पकड़ में आए है।
उप पुलिस अधीक्षक मुख्यालय सतीश वत्स ने जिला सचिवालय स्थित पुलिस विभाग के सभागार में वीरवार को प्रेसवार्ता में जानकारी देते हुए बताया कि सीआईए टू प्रभारी सब इंस्पेक्टर संदीप की टीम ने वीरवार सुबह मिली गुप्त सूचना पर सनौली रोड स्थित काला आंब मोड़ पर नाकाबंदी कर यूपी के मुजफ्फरनगर के लुहसाना गांव निवासी आरोपी दीपांशु उर्फ मावा को चोरी की बाइक सहित गिरफ्तार कर पूछताछ की तो आरोपी ने बाइक बलजीत नगर निवासी सूरज पुत्र इंद्रपाल व उसके एक साथी से करीब 2 महिने पहले 5,000 रुपए में खरीदने बारे स्वीकारा।
बाइक चोरी की वारदात बारे थाना चांदनी बाग में धर् मसिह पुत्र दलसिंह निवासी अतौलापुर की शिकायत पर अभियोग दर्ज है।
पुलिस टीम ने आरोपी दीपांशु की निशानदेही पर आरोपी सबूरज व नाबालिग आरोपी को बलजीत नगर नाका के नजदीक से काबू कर पूछताछ की तो दोनों आरोपियों ने उक्त बाइक चोरी कर आरोपी दीपांशु को 5,000 रुपए में बेचने बारे स्वीकारा।
बाइक चोरी की 10 वारदातों को अंजाम दिया : उप पुलिस अधीक्षक सतीश वत्स ने बताया कि पूछताछ में आरोपी सूरज व उसके नाबालिग साथी आरोपी ने बाइक चोरी की उक्त वारदात के अतिरिक्त शहर में अलग अलग स्थान से बाइक चोरी की 9 अन्य वारदातों को अंजाम देने बारे स्वीकारा। पूछताछ में आरोपियों ने पुलिस को बताया वह दोनों नशा करने के आदी है। नशे की लत पूरी करने के लिए दोनों आरोपियों ने मिलकर पानीपत में अलग अलग स्थान से एकाएक कर बाइक चोरी की उक्त 10 वारदातों को अंजाम दिया। आरोपी विभिन्न स्थानों से बाइक चोरी कर जीटी रोड स्थित हरिद्वार बाइपास पर सुनसान बिल्डिंग में खड़ी कर छुपा देते थे।
पुलिस ने आरोपी सूरज व नाबालिग आरोपी की निशानदेही पर चोरी की 8 बाइक व एक बाइक का इंजन बरामद किया। बाइक चोरी की उक्त वारदातों बारे थाना चांदनी बाग में 7 व थाना माडल टाउन में 1 अभियोग दर्ज है। आरोपियों ने एक बाइक नशे की हालत में चोरी कर उसके ज्यादातर पार्ट निकालकर राह चलते कबाड़ी को बेच दिए। बाइक के मालिक की पहचान न होने पर बाइक के इंजन को बीएनएसएस की धारा 106 के तहत कब्जा पुलिस में लिया गया।