शिवसेना शिंदे गुट को महाराष्ट्र में बड़ा झटका, वरिष्ठ नेता ने छोड़ा एकनाथ शिंदे का साथ

महाराष्ट्र में स्थानीय निकाय चुनाव होने वाले हैं, लेकिन उससे पहले ही दल-बदल ने ज़ोर पकड़ लिया है. लोकसभा चुनाव में महाराष्ट्र में महा विकास अघाड़ी को बड़ी सफलता मिली थी. हालांकि, विधानसभा चुनावों में वे इस सफलता को बरकरार नहीं रख पाए. महायुति ने विधानसभा चुनावों में जोरदार वापसी की.
विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद, महाविकास अघाड़ी कई प्रमुख नेता और पदाधिकारी महागठबंधन में शामिल हो चुके हैं और इन दलों का शामिल होना अभी भी जारी है.
दो पार्टियों को सबसे ज्यादा नुकसान
हालांकि, अब स्थानीय निकाय चुनावों में कई नेता अपनी ही सहयोगी पार्टियों में शामिल होते दिख रहे हैं. सबसे ज़्यादा नुकसान शिवसेना (शिंदे गुट) और राष्ट्रवादी पार्टी (अजित पवार गुट) को होता दिख रहा है. स्थानीय निकाय चुनावों से पहले इन दोनों दलों के नेता और पदाधिकारी बीजेपी में शामिल हो रहे हैं.
शिवसेना शिंदे गुट के नेता और सांसद नरेश मस्के ने इस पर सार्वजनिक रूप से नाराजगी भी जताई थी, लेकिन पार्टी में ये अंतर्कलह अभी तक नहीं रुकी है और अब एक बार फिर शिवसेना शिंदे गुट को बड़ा झटका लगा है.
शिंदे गुट को बीजेपी ने दिया झटका
सोलापुर में राष्ट्रवादी अजित पवार गुट के साथ-साथ शिवसेना शिंदे गुट को भी बीजेपी ने बड़ा झटका दिया है. मोहोल के शिवसेना शिंदे गुट के नेता नागनाथ क्षीरसागर और सोमेश शिरसागर बीजेपी में शामिल होंगे. दिलचस्प बात यह है कि मोहोल तालुका से पूर्व विधायक राजन पाटिल के कट्टर प्रतिद्वंद्वी नागनाथ क्षीरसागर आज पूर्व विधायक राजन पाटिल के साथ बीजेपी में शामिल होंगे.
निकाय चुनावों से पहले बढ़ीं दलबदल की घटनाएं
बीजेपी ने मोहोल तालुका में सहयोगी शिवसेना शिंदे गुट और राष्ट्रवादी अजित दादा गुट को बड़ा झटका दिया है. पार्टी में प्रवेश आज (बुधवार) मुंबई स्थित प्रदेश बीजेपी कार्यालय में प्रदेश अध्यक्ष रवींद्र चव्हाण की मौजूदगी में होगा. आगामी स्थानीय निकाय चुनावों की पृष्ठभूमि में महागठबंधन में शामिल सहयोगी दलों को एक और बड़ा झटका लगा है. वहीं दूसरी ओर, कुछ ऐसा ही हुआ है. वर्तमान में यही स्थिति महाविकास अघाड़ी में भी देखी जा रही है, जहां स्थानीय निकाय चुनावों के मद्देनजर पार्टी में दलबदल की घटनाएं बढ़ रही हैं.




