भिवानी यूनिवर्सिटी सियासी अखाड़ा बनी, इनसो ने ABVP का कार्यक्रम रोका, दिग्विजय चौटाला ने दी चेतावनी

भिवानी: चौधरी बंसीलाल यूनिवर्सिटी एक बार फिर सियासी संघर्ष का मैदान बन गई है. इस बार जेजेपी की छात्र इकाई इनसो और भाजपा समर्थित एबीवीपी आमने-सामने आ गए. बताया जा रहा है कि 5 अगस्त को इनसो का कार्यक्रम परमिशन नहीं मिलने के चलते रद्द हो गया था. इससे उपजे विवाद में दिग्विजय चौटाला की गिरफ्तारी हुई थी. इसके जवाब में इनसो ने एबीवीपी के कार्यक्रम को बीच में रुकवा दिया. वन नेशन-वन इलेक्शन विषय पर आयोजित इस कार्यक्रम में सीएम के ओएसडी वीरेंद्र बड़खालसा के संबोधन से पहले ही विरोध शुरू हो गया, जिससे आयोजन अधूरा रह गया और अफरातफरी का माहौल बन गया.
एबीवीपी का कार्यक्रम विरोध की भेंट चढ़ा: एबीवीपी द्वारा आयोजित “वन नेशन-वन इलेक्शन” विषयक कार्यक्रम में जैसे ही इनसो के सदस्य पहुंचे, उन्होंने नारेबाजी और विरोध शुरू कर दिया. लगातार बढ़ते विरोध के कारण कार्यक्रम रोकना पड़ा. इनसो नेताओं का आरोप है कि जब उन्हें 5 अगस्त को यूनिवर्सिटी में कार्यक्रम की अनुमति नहीं दी गई, तो एबीवीपी को कैसे दी जा रही है. इनसो के अनुसार, ये दोहरे मापदंड का मामला है, जिसे वे स्वीकार नहीं करेंगे. कार्यक्रम में पुलिस बल की मौजूदगी भी विरोध को नहीं रोक सकी और आखिरकार आयोजन रद्द करना पड़ा.
5 अगस्त की घटना बनी टकराव की वजह: 5 अगस्त को इनसो ने यूनिवर्सिटी में एससी-बीसी समाज की चुनौतियों पर कार्यक्रम करने की योजना बनाई थी. जब जेजेपी युवा प्रदेशाध्यक्ष दिग्विजय चौटाला कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे, तो पुलिस ने उन्हें रोक लिया. कार्यक्रम की अनुमति ना होने का हवाला देते हुए उन्हें और उनके साथियों को गेट पर ही रोक दिया गया. जब वो नहीं माने, तो सभी को गिरफ्तार कर लिया गया. इस घटना के बाद से ही इनसो में नाराजगी थी, जो कल एबीवीपी के कार्यक्रम में उबाल बनकर सामने आई.
इनसो ने लगाए पक्षपात के आरोप: इनसो नेता सेठी धनाना ने कहा कि “यूनिवर्सिटी किसी भी राजनीतिक संगठन की जागीर नहीं है. जब इनसो को कार्यक्रम की अनुमति नहीं मिली, तो एबीवीपी को कैसे मिली? यूनिवर्सिटी में दो नियम नहीं चलेंगे, या तो सबको समान अधिकार मिले या फिर किसी को भी मंच ना मिले.” इनसो ने चेतावनी दी कि जब तक उन्हें अपना कार्यक्रम करने का मौका नहीं मिलेगा, तब तक वे भाजपा, आरएसएस और एबीवीपी के हर कार्यक्रम का विरोध करते रहेंगे.
दिग्विजय चौटाला का वीडियो बयान: जेजेपी के युवा प्रदेशाध्यक्ष दिग्विजय चौटाला ने भी इस पूरे विवाद पर वीडियो जारी कर भाजपा और आरएसएस पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि “आज उन्हें भी उनकी ‘खुद की दवा का स्वाद’ चखना पड़ा है. दिग्विजय ने कहा कि “यूनिवर्सिटी किसी एक पार्टी की संपत्ति नहीं है और वे भाजपा का एजेंडा यूनिवर्सिटी में नहीं चलने देंगे.” उन्होंने वाइस चांसलर को भी चेतावनी दी कि “अगर भेदभाव बंद नहीं हुआ, तो अगली बार वह खुद विरोध में यूनिवर्सिटी पहुंचेंगे और बड़ा आंदोलन करेंगे.”