क्या Apple का नया AI सर्च, खत्म कर देगा ChatGPT की बादशाहत?

iPhone 17 Series के लॉन्च से पहले Apple अपने यूजर्स के बेहतर सर्च एक्सपीरियंस के लिए कुछ बड़ा करने की तैयारी में है. कंपनी अब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के मामले में आगे निकलना चाहती है और इसके लिए कंपनी चुपचाप से ChatGPT के प्रतिद्वंद्वी को उतारने की तैयारी में है. ब्लूमबर्ग रिपोर्ट के मुताबिक, कंपनी ने इसके लिए आंसर, नॉलेज और इंफॉर्मेंशन नाम की एक टीम भी बनाई है जिसका मकसद एक ऐसा एआई चैटबॉट बनाना है जो यूजर्स के हर सवाल का जवाब देने में सक्षम होगा.
दिलचस्प बात तो यहां पर ये है कि ये बदलाव Apple के वरिष्ठ अधिकारियों की पिछली टिप्पणियों के बावजूद आया है, जिन्होंने चैटबॉट स्टाइल AI की जरूरत को कम करके आंका था. लेकिन अब कंपनी अपनी AI रणनीति को अपने मौजूदा एपल इंटेलिजेंस प्लेटफॉर्म से आगे बढ़ाने के लिए दृढ़ संकल्प लेकर चल रही है, जो मुख्य रूप से जेनमोजी, नोटिफिकेशन समरी और राइटिंग सुझाव जैसे टूल प्रदान करता है. अब तक, Apple इंटेलिजेंस बहुत से यूजर्स की उम्मीदों पर खरा नहीं उतर पाया है, खासकर जब से Siri के प्रमुख अपग्रेड में एक साल से ज्यादा की देरी हो गई है.
Apple यूजर्स को मिलेगा बेहतर सर्च एक्सपीरियंस
रिपोर्ट के मुताबिक, AKI टीम का मकसद एक नए प्रकार का सर्च एक्सपीरियंस देना है जो यूजर्स को ChatGPT या Perplexity AI जैसे चैटबॉट्स से मिलने वाली अपेक्षाओं के अनुरूप होगा. Apple पहले भी ऐसे स्टार्टअप के साथ साझेदारी की संभावनाएं तलाश रही थीं, खासकर उन स्टार्टअप्स के साथ जो AI पावर्ड सर्च पर ध्यान केंद्रित करती हैं. ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि एपल अपने आगामी iPhone 17 Pro को रियल वर्ल्ड कंडीशन में टेस्टिंग कर रही है क्योंकि कुछ समय पहले इस डिवाइस को सैन फ्रांसिस्को में देखा गया था.
एपल कथित तौर पर एआई प्रतिभा के मोर्चे पर कुछ चुनौतियों का सामना कर रहा है. कंपनी ने एक महीने में अपने चौथे AI शोधकर्ता को खो दिया है, जिससे अब कई तरह के सवाल खड़े होने लगे हैं. ChatGPT का अल्टरनेटिव बनाने की कोशिश और AKI टीम का गठन इस बात का संकेत दे रहा है कि एपल नए सिरे से एआई पर फोकस कर रही है. अगर कंपनी सफल रही तो यह न केवल Apple इंटेलिजेंस में मौजूदा कमियों को दूर कर सकता है, बल्कि कंपनी को भविष्य में iPhones पर सर्च के काम करने के तरीके को फिर से रीडिफाइन करने में भी मदद कर सकता है.