सीबीएलयू में विश्व आत्महत्या रोकथाम दिवस पर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित

भिवानी,(ब्यूरो): कुलपति प्रो. दीप्ति धर्माणी की अध्यक्षता एवं कुलसचिव डॉ भावना शर्मा के मार्गदर्शन में चौधरी बंसीलाल विश्वविद्यालय में चेंजिंग द नारेटिव ऑन सुसाइड विषय पर विश्व आत्महत्या रोकथाम दिवस पर दो दिवसीय जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। इस पहल का उद्देश्य छात्रों और व्यापक समुदाय के बीच जागरूकता बढ़ाना, संवाद को प्रोत्साहित करना और मानसिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देना है। पहले दिन, लोगों को मानसिक स्वास्थ्य के महत्व और आत्महत्या रोकथाम में समाज की सामूहिक भूमिका के बारे में जागरूक करने के लिए एक जागरूकता रैली का आयोजन किया गया। कुलसचिव डॉ. भावना शर्मा ,डीन स्टूडेंट वेलफेयर प्रो. सुरेश कुमार मलिक, डॉ. विपिन जैन डायरेक्टर स्वर्ण जयंती कॉलेज,डीन प्रो. सुनीता भरतवाल और मनोविज्ञान विभाग के संकाय सदस्य और गैर-शिक्षण कर्मचारी, मनोविज्ञान और अन्य विभागों के छात्रों के साथ इस कार्यक्रम में उपस्थित थे। इसके अलावा, 40 छात्रों की भागीदारी वाली एक पोस्टर-निर्माण प्रतियोगिता ने दिन के विषय पर विभिन्न दृष्टिकोणों को रचनात्मक रूप से उजागर किया। बतौर वक्ता दिल्ली स्थित स्मरण फाउंडेशन की भूमिका अरोड़ा ने एक संवादात्मक सत्र लिया। उन्होंने प्रतिभागियों को लचीलेपन, सामना करने की रणनीतियों और आत्महत्या के प्रति समाज के दृष्टिकोण में बदलाव—खामोशी और कलंक से आशा, रोकथाम और समर्थन की ओर—पर एक गहन चर्चा में शामिल किया। इस अवसर पर बोलते हुए रजिस्ट्रार डॉ. भावना शर्मा ने कहा, विश्व आत्महत्या रोकथाम दिवस मनाना न केवल जागरूकता के बारे में है, बल्कि दृष्टिकोण बदलने के बारे में भी है। विश्वविद्यालय में हम एक ऐसे वातावरण को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध हैं जहाँ छात्र समर्थित महसूस करें, सुने जाएँ और मदद लेने के लिए सशक्त हों। नुक्कड़ नाटक, विशेषज्ञ व्याख्यान और सहभागी गतिविधियों के साथ जारी रहेगा, जो आत्महत्या रोकथाम के प्रति सामूहिक जिम्मेदारी को मजबूत करने और एक करुणामय परिसर संस्कृति का निर्माण करने के लिए डिज़ाइन किए गए हैं।