हरियाणा

जिज्ञासा के साथ प्रश्न पूछना, वास्तव में सत्य की खोज करने जैसा है: डॉ. जाखड़

भिवानी, (ब्यूरो): वैश्य इंटरनेशनल स्कूल में आर्यभट्ट हाउस सेलीब्रेशन का आयोजन बड़े उत्साह और उल्लास के साथ किया गया। यह कार्यक्रम महान भारतीय गणितज्ञ और खगोलशास्त्री आर्यभट्ट की याद में मनाया गया , जिनके योगदान आज भी गणित और विज्ञान की दुनिया में अनुकरणीय माने जाते हैं। कार्यक्रम की शुरुआत विद्यालय प्राचार्य डॉ. करतार सिंह जाखड़ ने आर्य भट्ट की प्रतिमा के समक्ष पुष्प अर्पित कर की । आर्यभट्ट हाउस की प्रभारी एवं हिंदी शिक्षिका श्रीमती मधु ने अपने प्रेरणादायक भाषण में आर्यभट्ट के जीवन कार्य एवं उनके वैज्ञानिक दृष्टिकोण पर प्रकाश डाला। उन्होंने विद्यार्थियों को बताया कि आर्यभट्ट ने न केवल गणित, बल्कि खगोलशास्त्र के क्षेत्र में भी महत्वपूर्ण कार्य किए, जैसे कि पृथ्वी की घूर्णन गति को समझाना, ग्रहण के कारणों को समझाना, वैज्ञानिक दृष्टिकोण से घटनाओं को समझाना आदि। उन्होंने बताया कि हमें केवल किताबी ज्ञान तक सीमित नहीं रहना चाहिए, हमें हमेशा जिज्ञासु बने रहना चाहिएं । कार्यक्रम के दौरान गणित विषय की शिक्षिका श्री मती पिंकी ने विद्यार्थियों को गणित के महत्व, तार्किक सोच के विकास तथा आर्यभट्ट द्वारा किए गए गणितीय सिद्धांतो पर विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि आर्यभट्ट ने शून्य की खोज कर गणित के क्षेत्र में क्रांतिकारी परिवर्तन किया । उन्होंने आर्यभटीय जैसे ग्रंथ की रचना की, जिसमें त्रिकोणमिति, बीजगणित और खगोलशास्त्र से संबंधित अनेक सूत्र दिए गए हैं। कक्षा आठवीं की छात्रा कामाख्या व छात्र हितेश सिंह ने अपने प्रभावशाली भाषण के माध्यम से आर्यभट्ट के जीवन परिचय, उनकी उपलब्धियों और आधुनिक विज्ञान पर उनके प्रभाव की जानकारी साझा की। कार्यक्रम के अंत में प्रधानाचार्य डॉ. करतार सिंह जाखड़ ने सभी विद्यार्थियों, शिक्षकों और प्रतिभागियों की सराहना करते हुए कहा कि जहाँ ज्ञान है, वहाँ मार्ग है ढ्ढ इस प्रकार के आयोजनों से बच्चों में विज्ञान के प्रति रुचि और अनुसंधान की भावना विकसित होती है। अत: विद्यार्थियों को सदैव प्रश्न पूछ कर सत्य की ख़ोज करते रहना चाहिए ।

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