Business

मार्केट खुलते ही 1,600 करोड़ के शेयरों की होगी बड़ी बिकवाली, क्या आपके पोर्टफोलियो में है ये स्टॉक?

आज, यानी 28 अक्टूबर को, भारतीय शेयर बाजार में आदित्य बिड़ला कैपिटल (Aditya Birla Capital) के शेयर निवेशकों के रडार पर रहने वाले हैं. सुबह कारोबार शुरू होते ही इस शेयर में एक बड़ी हलचल देखने को मिल सकती है. मनी कंट्रोल की एक खबर के मुताबिक, कंपनी का एक बड़ा निवेशक, जोमेई इनवेस्टमेंट्स, एक बड़ी ‘ब्लॉक डील’ के जरिए अपनी हिस्सेदारी का एक हिस्सा बेचने जा रहा है. यह सौदा कोई छोटा-मोटा नहीं, बल्कि करीब 1600 करोड़ रुपये का है. इस एक सौदे में कंपनी के 5.32 करोड़ से ज्यादा शेयर बेचे जाएंगे.

क्या है यह ब्लॉक डील?

रिपोर्ट्स के मुताबिक, जोमेई इनवेस्टमेंट्स (Jomei Investments) कंपनी में अपनी लगभग 2% हिस्सेदारी बेचने की तैयारी में है. इसके लिए करीब 5.32 करोड़ शेयर बिक्री के लिए रखे जाएंगे. शेयर बाजार की भाषा में, जब इतनी बड़ी संख्या में शेयरों का सौदा एक बार में, पहले से तय खरीदार और विक्रेता के बीच होता है, तो उसे ‘ब्लॉक डील’ कहते हैं. यह आमतौर पर बाजार खुलने के शुरुआती मिनटों में ही पूरा हो जाता है. इस सौदे के लिए शेयरों का न्यूनतम भाव, यानी ‘फ्लोर प्राइस’, 304.55 रुपये प्रति शेयर रखा गया है. यह भाव सोमवार, 27 अक्टूबर को शेयर के बंद भाव (310.55 रुपये) से मामूली छूट पर है.

क्या करती है जोमेई इनवेस्टमेंट्स?

अब सवाल उठता है कि यह जोमेई इनवेस्टमेंट्स कौन है, जो आदित्य बिड़ला कैपिटल से इतनी बड़ी निकासी कर रहा है? दरअसल, जोमेई इनवेस्टमेंट्स एक ‘स्पेशल पर्पज व्हीकल’ (SPV) है. आसान भाषा में कहें तो यह एक ऐसी कंपनी है जिसे किसी खास मकसद या निवेश के लिए बनाया जाता है.

यह कंपनी दुनिया की जानी-मानी प्राइवेट इक्विटी फर्म एडवेंट इंटरनेशनल कॉरपोरेशन (Advent International Corporation) से जुड़ी हुई है. एडवेंट इंटरनेशनल दुनिया भर की कंपनियों में निवेश करने के लिए जानी जाती है. ऐसे बड़े फंड्स का किसी कंपनी से अपनी हिस्सेदारी बेचना, जिसे ‘एग्जिट’ (Exit) भी कहते हैं, बाजार में एक बड़ी घटना मानी जाती है.

कैसा है आदित्य बिड़ला कैपिटल का कारोबार?

जिस कंपनी में यह सौदा हो रहा है, यानी आदित्य बिड़ला कैपिटल लिमिटेड (ABCL), वह दिग्गज आदित्य बिड़ला ग्रुप (Aditya Birla Group) का ही एक हिस्सा है. यह ग्रुप की सभी वित्तीय सेवाओं (Financial Services) की होल्डिंग कंपनी है. इसका मतलब है कि बीमा (Insurance), म्यूचुअल फंड (Mutual Fund), एनबीएफसी (NBFC) और अन्य वित्तीय कारोबार, सभी इसी कंपनी की छतरी के नीचे आते हैं. यह कंपनी के कारोबार के फैलाव को दिखाता है.

निवेशकों की नजर अब कंपनी के आने वाले सितंबर तिमाही के नतीजों पर भी टिकी है, जो अभी जारी नहीं हुए हैं. अगर हम पिछले नतीजों को देखें, तो जून तिमाही में कंपनी का प्रदर्शन ठीक-ठाक रहा था. कंपनी का कंसॉलिडेटेड नेट प्रॉफिट (शुद्ध मुनाफा) साल-दर-साल आधार पर करीब 10 प्रतिशत बढ़कर 835 करोड़ रुपये रहा था. इसी दौरान, कंपनी का रेवेन्यू (कुल आय) भी पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले 9.6 फीसदी बढ़कर 9,502.6 करोड़ रुपये पर पहुंच गया था. ये आंकड़े दिखाते हैं कि कंपनी की कमाई में स्थिर वृद्धि हो रही है.

कंपनी के कारोबार का एक अहम हिस्सा उसका लेंडिंग पोर्टफोलियो है. जून तिमाही के अंत तक, कंपनी का कुल लेंडिंग पोर्टफोलियो 1.66 लाख करोड़ रुपये का हो गया था. इसमें सालाना आधार पर 30% की दमदार बढ़त और तिमाही आधार पर 5% की बढ़त दर्ज की गई थी. यह आंकड़ा बताता है कि कंपनी बाजार में ज्यादा कर्ज बांट पा रही है, जो उसकी वित्तीय सेहत के लिए एक अच्छा संकेत माना जाता है.

शेयर ने दिया है शानदार रिटर्न

अब बात करते हैं उस शेयर की, जिसमें यह सारा एक्शन हो रहा है. आदित्य बिड़ला कैपिटल के शेयरों ने इस साल निवेशकों को शानदार रिटर्न दिया है. इस साल की शुरुआत से अब तक, यह शेयर करीब 73 फीसदी तक चढ़ चुका है. पिछले एक महीने में भी इसमें 7.21 फीसदी की अच्छी तेजी आई है. सोमवार (27 अक्टूबर) को जब बाजार बंद हुआ, तब बीएसई पर यह शेयर 1.52% की मजबूती के साथ 310.55 रुपये के भाव पर बंद हुआ था.

Related Articles

Back to top button