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चुनाव सुधार पर लोकसभा में अमित शाह ने गरजे, पीएम मोदी ने भाषण की की तारीफ

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बुधवार को लोकसभा में चुनाव सुधार पर चर्चा में हिस्सा लिया. उन्होंने विपक्ष के आरोपों का करार जवाब दिया. एसआईआर के मुद्दे पर दो टूक कहा कि एक भी घुसपैठिया वोट नहीं डाल पाएगा. उन्होंने ये भी कहा कि घुसपैठियों के खिलाफ डिटेक्ट-डिलीट और डिपोर्ट उनकी सरकार की पॉलिसी है. इस दौरान उन्होंने इतिहास के पन्ने पलटते हुए कांग्रेस पर जमकर हमले बोले. अमित शाह के इस भाषण की पीएम मोदी ने जमकर तारीफ की है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, गृह मंत्री अमित शाह का शानदार भाषण. उन्होंने तथ्यों के साथ देश की चुनावी प्रक्रिया के अलग-अलग पहलुओं की बात की. उन्होंने देश के लोकतंत्र की ताकत पर बात की. साथ ही विपक्ष के झूठ का भी पर्दाफाश किया.

ईवीएम आने से ये सब बंद हो गया

संसद में चुनाव सुधार पर चर्चा के दौरान अमित शाह ने कहा,जब कांग्रेस के जमाने में चुनाव होते थे, बिहार-यूपी में सरकारें बनानी होती थीं तो पूरे के पूरे वोट के बक्से हाईजैक कर लिए जाते थे. ईवीएम आने से ये सब बंद हो गया.चुनाव की चोरी बंद हो गई है. इसलिए इनके पेट में दर्द हो रहा है.

सबसे पहला एसआईआर 1952 में हुआ था

एसआईआर के मुद्दे पर कांग्रेस को घेरते हुए उन्होंने कहा,सबसे पहला एसआईआर 1952 में हुआ था, उस समय कांग्रेस पार्टी से प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू थे. इसके बाद भी कई बार एसआईआर हुआ. 2004 के बाद अब 2025 में एसआईआर हो रहा है और इस समय सरकार एनडीए की है.

तब किसी भी दल ने विरोध नहीं किया था

उन्होंने कहा, 2004 तक एसआईआर प्रक्रिया का किसी भी दल ने विरोध नहीं किया था क्योंकि यह चुनावों को पवित्र रखने की प्रक्रिया है. लोकतंत्र में चुनाव जिस आधार पर होते हैं, अगर वो मतदाता सूची ही प्रदूषित है तो चुनाव कैसे साफ हो सकता है. समय-समय पर मतदाता सूची का गहन पुनर्निरीक्षण जरूरी है. इसलिए चुनाव आयोग ने फैसला लिया कि 2025 में एसआईआर किया जाएगा.

आज ये एक्सपोज हो चुके हैं

उन्होंने कहा, कांग्रेस पार्टी द्वारा एसआईआर पर चार महीने से एकतरफा झूठ फैलाया गया. कांग्रेस ने देश की जनता को गुमराह करने की कोशिश की. जब इनके जमाने में चुनाव होते थे तो बक्से गायब हो जाते थे. दोष ईवीएम का नहीं है, चुनाव जीतने का तरीका जनादेश नहीं था, भ्रष्ट तरीका था. आज ये एक्सपोज हो चुके हैं.

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