अमेरिका का गुप्त मिशन बेनकाब, वेनेजुएला राष्ट्रपति मादुरो के पायलट को खरीदने की थी साजिश

अमेरिका और वेनेजुएला के बीच तनातनी अपने चरम है. डोनाल्ड ट्रंप के सत्ता में लौटने के बाद से वेनेजुएला के राष्ट्रपति निकोलस मादुरो की कुर्सी पहले से ज्यादा हिलती नजर आ रही है. अमेरिका की मादुरो को हटाने की बेचैनी कोई नई बात नहीं है. यह कोशिशें सालों से चल रही हैं. इसका सबसे हैरान करने वाला सबूत हाल ही में सामने आया है, जब एक अमेरिकी एजेंट ने मादुरो के पायलट को गुप्त रूप से अपनी तरफ मिलाने की कोशिश की.
दरअसल, यह पूरी कहानी शुरू होती है अमेरिकी एजेंट एडविन लोपेज से, जिसने मादुरो के भरोसेमंद पायलट को ही खरीदने की कोशिश की. एजेंट का प्लान सीधा था. अगर पायलट मादुरो का विमान किसी ऐसी जगह उतार दे जहाँ अमेरिकी एजेंसियाँ उसे गिरफ्तार कर सकें, तो उसे करोड़ों डॉलर मिलेंगे और वो हीरो बन जाएगा.
किस हद तक पहुंचा अमेरिकी एजेंट
न्यूज एजेंसी AP की रिपोर्ट के मुताबिक डोमिनिकन रिपब्लिक में अमेरिकी दूतावास में तैनात एजेंट एडविन लोपेज को अप्रैल 2024 में एक अहम सुराग मिला. मादुरो के दो निजी जेट वहीं रिपेयर हो रहे थे. इन विमानों में अमेरिकी पार्ट्स लगे थे, जो वेनेज़ुएला पर लगे प्रतिबंधों का उल्लंघन था. यहीं से लोपेज के दिमाग में एक खतर्नाक प्लान आया. क्यों न इन जेट्स और उनके पायलटों के जरिए मादुरो तक पहुँचा जाए?
पायलट से मुलाकात, और फिर रखा गुप्त प्रस्ताव
लोपेज ने अपनी टीम के साथ एयरपोर्ट पर मादुरो के पायलटों से पूछताछ शुरू की. सबसे आखिर में उसकी मुलाकात हुई मादुरो के सबसे भरोसेमंद पायलट जनरल बिटनर विल्गास से. शुरुआत में बातचीत हल्की-फुल्की रही, लेकिन जल्द ही लोपेज ने असली बात रख दी- अगर तुम मादुरो का प्लेन अमेरिका की सीमा में उतार दो, तो तुम अमीर बन जाओगे और देश का हीरो कहलाओगे.
विल्गास ने कुछ नहीं कहा, बस जाते-जाते अपना नंबर दे गया. यहीं से दोनों के बीच एन्क्रिप्टेड चैट्स का सिलसिला शुरू हुआ, जो कई महीनों तक चला. इसी बीच अमेरिका ने मादुरो के दो विमान जब्त कर लिए. एक विमान को खुद अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में सीज घोषित किया. इस कार्रवाई से वेनेज़ुएला भड़क गया और अमेरिका पर खुलेआम चोरी का आरोप लगाया.
तमाम कोशिशों के बावजूद नाकाम हुआ मिशन
लोपेज अब रिटायर हो चुका था, लेकिन मिशन छोड़ना नहीं चाहता था. जब उसे पता चला कि विल्गास अब भी मादुरो के साथ उड़ रहा है, तो उसने दोबारा संपर्क करने की कोशिश की. लेकिन इस बार विल्गास का जवाब सख्त था. उसने कहा कि हम वेनेज़ुएला वाले गद्दार नहीं होते. इसके बाद लोपेज और उसके साथियों ने मादुरो को डराने के लिए नई चाल चली. उन्होंने सोशल मीडिया पर विल्गास की तस्वीरें शेयर कीं, ताकि ऐसा लगे जैसे वह अब दोहरी भूमिका निभा रहा है. अफवाहें फैलीं कि मादुरो ने अपने पायलट को गिरफ्तार कर लिया है. कुछ दिनों बाद विल्गास टीवी पर दिखा और तमाम कोशिशों के बावजूद लोपेज का मिशन यानी अमेरिका का मिशन नाकाम रहा.




