JNU के बाद कानपुर विश्वविद्यालय ने भी दिया तुर्की को झटका, CSJMU ने रद्द किया इस्तांबुल यूनिवर्सिटी के साथ करार

भारत-पाकिस्तान तनाव के बीच पाक का साथ देने पर तुर्की के साथ किए करार को कानपुर यूनिवर्सिटी ने रद्द कर दिया है. सीएसजेएमयू यूनिवर्सिटी ने तुर्की की इस्तांबुल यूनिवर्सिटी के साथ किए गए करार को तत्काल प्रभाव से रद्द कर दिया है. इस करार का मकसद दोनों देशो के बीच शैक्षिक गतिविधियों और अनुसंधान को बढ़ाना था. इस संबंध में यूनिवर्सिटी के वीसी विनय पाठक ने एक पत्र भी इस्तांबुल यूनिवर्सिटी को भेज दिया है.
JNU ने भी रद्द किया करार
राष्ट्रीय सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी ने तुर्की की इनोनू यूनिवर्सिटी के बीच एमओयू को रद्द कर दिया है. जेएनयू ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट कर इस संबंध में जानकारी दी है. विश्वविद्यालय की ओर से किए गए पोस्ट में बताया गया है कि राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े मुद्दों को देखते हुए यह फैसला लिया गया है. तुर्की की इनोनू यूनिवर्सिटी के साथ किया गया करार अगली सूचना तक पूरी तरह रद्द रहेगा.
कानपुर विश्वविद्यालय और जेएनएयू के दोनों देशों के बीच शैक्षणिक गतिविधियों का अदान-प्रदान और बढ़ावा देने के लिए यह करार किया गया था. जेएनयू के इसी साल फरवरी में यह करार किया था. पाकिस्तान का साथ देने पर देश के व्यापारियों ने तुर्की बॉयकाट का ऐलान किया है.