Blog

कोर्ट परिसर में बढ़ती हिंसक घटनाओं से अधिवक्ता व आमजन चिंतित : अधिवक्ता डा. विकास कुमार

भिवानी, (ब्यूरो): भिवानी जिला अदालत में बढ़ती हिंसक घटनाओं से अधिवक्ता और आम लोग चिंतित हैं। हाल ही में हुई गोली की घटना और अधिवक्ताओं पर शारीरिक हमलों ने अदालत परिसर में भय और असुरक्षा का माहौल बना दिया है। यह बात युवा कांग्रेस के महासचिव अधिवक्ता डा. विकास कुमार ने जारी ब्यान में कही। उन्होंने इन घटनाओं पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि अधिवक्ताओं के साथ व कोर्ट परिसर में हो रही इस प्रकार की घटनाएं ना केवल जीवन के लिए खतरा हैं, बल्कि न्यायपालिका की गरिमा को भी ठेस पहुंचाती हैं। ऐसे में जरूरी है कि कोर्ट परिसर व अधिवक्तागण की सुरक्षा व्यवस्था मजबूत की जाए। उन्होंने सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के लिए चार मुख्य मांगें रखीं, जिसमें भिवानी अदालत परिसर में एक स्थायी और अच्छी तरह से सुसज्जित पुलिस चौकी की स्थापना, अदालत के घंटों के दौरान पर्याप्त संख्या में सुरक्षाकर्मियों की तैनाती, असामाजिक तत्वों के प्रवेश पर कड़ी नजर रखना तथा हिंसक घटनाओं में शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई आदि थी। उन्होंने कहा कि कोर्ट परिसर को न्याय का मंदिर तथा अधिववक्ताओं को न्याय के प्रहरी के रूप में देखा जाता है, लेकिन इन दिनों प्रदेश में बढ़ते अपराध से ये भी अछूते नहीं रहे है, जिसका सीधे रूप से नकारात्मक प्रभाव देश की न्याय व्यवस्था पर पड़ेगा तथा लोगों का विश्वास कानून व न्याय व्यवस्था पर कमजोर होता जाएगा। जिसके लिए जरूरी है कि कोर्ट परिसर व अधिवक्ताओं की सुरक्षा मजबूत की जाए। इस मौके पर जिला बार एसोसिएशन के पूर्व प्रधान सत्यजीत पिलानिया ने भी अधिवक्ताओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अलग गेट बनाने की लंबित मांग को दोहराया। उन्होंने कहा कि यह मांग काफी समय से लंबित है और इसके लागू होने से अधिवक्ताओं की सुरक्षा बेहतर होगी। उन्होंने एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट को पूरी तरह से लागू करने पर भी जोर दिया, ताकि अधिवक्ताओं को न्यायिक प्रणाली में उनके कानूनी और सुरक्षा संबंधी अधिकार मिल सकें।

Related Articles

Back to top button