पराली जलाने को लेकर प्रशासन हुआ सख्त, Karnal में पराली में आग लगाने पर चार किसानों पर केस दर्ज
पानीपत : उपायुक्त वीरेन्द्र कुमार दहिया ने शुक्रवार को फसल खरीद को लेकर सम्बंधित अधिकारियों की बैठक ली और मंडियों में समुचित प्रबंध करने के निर्देश दिए। उन्होंने बैठक में पराली प्रबंधन पर विशेष जोर देते हुए कहा कि अगर जिले में कहीं भी पराली जलने की घटना होती है तो उस पर तुरन्त प्रभाव से एफ.आई.आर. दर्ज होनी जरूरी है। अगर ऐसा नहीं हुआ तो सम्बंधित अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने सम्बंधित एस.डी.एम. को भी मंडियों के दौरे करने के निर्देश दिए।
उन्होंने बैठक में उपस्थित डी.एस.पी. सतीश वत्स को सम्बंधित एस.एच.ओ. को भी निर्देश जारी करने के लिए कहा। उन्होंने बैठक में कृषि विभाग के उपनिदेशक को बेलरों की भी व्यवस्था करवाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि गांजबड़ में रिफाइनरी के एथनॉल प्लांट की तरफ से पराली लेने की व्यवस्था की गई है। सम्बंधित किसान वहां पर भी सम्पर्क कर सकते हैं। उन्होंने किसानों से अपील की कि वे किसी भी सूरत में पराली न जलाएं बल्कि इसका प्रबंधन करें।
स्वच्छ पेयजल की व्यवस्था भी मंडियों में होनी चाहिए : उपायुक्त डा. दहिया ने कहा कि मंडियों में किसानों की सुविधा के लिए हर आवश्यक प्रबंध समय से पूर्ण करें। उन्होंने कहा कि मंडियों में किसानों को धान बेचने में किसी प्रकार की असुविधा का सामना ना करना पड़े। उन्होंने कहा कि मंडियों में समय रहते सड़कों की मरम्मत, लाइटों की व्यवस्था और शौचालय आदि की समुचित व्यवस्था समय रहते की जाए। उन्होंने कहा कि किसानों के लिए स्वच्छ पेयजल की व्यवस्था भी मंडियों में होनी चाहिए। उन्होंने बताया कि मोटे धान की सरकारी खरीद कॉमन धान 2300 प्रति क्विंटल और ग्रेड-ए 2320 प्रति क्विंटल की दर पर की जाएगी।
धान को सुखाकर ही मंडियों में लाए किसान : उपायुक्त ने खरीद प्रबंधों की समीक्षा करने के साथ ही किसानों से अपील की कि वे धान को सुखाकर ही मंडियों में लेकर आएं। धान की नमी 17 प्रतिशत से अधिक नहीं होनी चाहिए। इससे अधिक नमी पाए जाने पर कटौती होगी। उन्होंने कहा कि किसान धान को सुखाकर लाएंगे तो उनको अपनी फसल को बेचने के लिए इंतजार नहीं करना पड़ेगा। मंडियों में नमी मापक यंत्र भी रखें।
उपायुक्त ने डी.एस.पी. को निर्देश दिए कि वे अन्य राज्यों से आने वाले रास्तों पर नाके लगाएं ताकि अन्य रास्तों से धान की आवक जिले में ना हो। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार किसानों के हित के लिए कृसंकल्पित है। किसानों को किसी प्रकार की असुविधा नहीं होने दी जाएगी।
बैठक में ए.डी.सी. डॉ. पंकज यादव, एस.डी.एम. पानीपत ब्रह्म प्रकाश, एस.डी.एम. समालखा अमित कुमार, एस.डी.एम. इसराना ज्योति मित्तल, सी.टी.एम. टीनू पोसवाल, डी.आर.ओ. रणविजय, डी.एफ. एस.सी. नीतू, डी.एम.ई.ओ. महावीर सिंह व अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
ई-खरीद मोबाइल ऐप के माध्यम से मंडी में किसानों के आने का समय और तिथि होगी तय
डा. दहिया ने बताया कि ई-खरीद मोबाइल ऐप के माध्यम से किसान मंडी में आने के लिए अस्टीमेटिड तिथि बता सकते हैं जिससे उन्हें मंडी में आने में परेशानी नहीं होगी। ई-खरीद मोबाइल ऐप एंड्रॉयड मोबाइल से प्ले स्टोर में जाकर डाउनलोड की जा सकती है जिस पर क्यूआर कोड आएगा उस पर स्कैन कर सम्बंधित किसान को वह तिथि प्राप्त होगी।
पहले किसान को मण्डी में आकर क्यू.आर. कोड स्कैन करना होता तो तब उसकी फसल की एन्ट्री होती थी। उन्होंने सम्बंधित मार्केट सचिवों को सख्त निर्देश दिए कि जिस भी अनाज मंडी में गौवंश नजर आया तो सम्बंधित सचिव को चार्ज सीट किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि मंडियों की दीवारों को तोड़कर आम आवाजाही बनाने पर रोक लगाएं और यदि कोई दीवार तोड़कर आम रास्ता बनाता है तो कैमरे लगवाएं और सम्बंधित व्यक्ति के विरूद्ध एफ.आई.आर. दर्ज भी करवाएं।