अडानी भारत में यहां बना रहे हैं दुनिया का सबसे बड़ा रिन्यूएबल एनर्जी पार्क, अंतरिक्ष से भी देगा दिखाई!

गुजरात के कच्छ जिले के खावड़ा इलाके में अदाणी ग्रीन एनर्जी दुनिया का सबसे बड़ा रिन्यूएबल एनर्जी पार्क (World Largest Renewable Park ) बना रही है. इतना बड़ा कि इसे अंतरिक्ष से भी देखा जा सकेगा. हाल ही में IIT खड़गपुर के 75वें स्थापना दिवस पर अडानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी ने इस खास जानकारी को सबके सामने रखा. उन्होंने बताया कि यह पार्क करीब 500 वर्ग किलोमीटर में फैला होगा और इसकी क्षमता 30 गीगावाट होगी. इतना बड़ा और पावरफुल रिन्यूएबल एनर्जी पार्क भारत में पहली बार बन रहा है और इससे देश की ऊर्जा जरूरतों में बड़ा बदलाव आएगा. गौतम अडानी ने यह भी कहा कि भारत 2030 तक नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में पूरी दुनिया में सबसे आगे होगा. उनका मानना है कि नवीकरणीय ऊर्जा में भारत की बढ़ती ताकत आने वाले सालों में वैश्विक स्तर पर देश की पहचान मजबूत करेगी.
IIT खड़गपुर के युवा बना रहे हैं तकनीकी जादू
अडानी ने IIT खड़गपुर के छात्रों की जमकर तारीफ की. उन्होंने बताया कि ये छात्र एआई (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) की मदद से ग्रिड बैलेंसिंग के लिए स्मार्ट सॉल्यूशंस तैयार कर रहे हैं, जो ऊर्जा की बचत और बेहतर प्रबंधन में मदद करेंगे. साथ ही, वे रियल टाइम में मशीनों की देखभाल के लिए ऐसे टूल्स बना रहे हैं, जिससे बिजली उत्पादन का काम और आसान हो जाएगा. IIT के इंजीनियर IoT और इंटेलिजेंट तकनीक के इस्तेमाल से ऊर्जा सेक्टर को नई दिशा देने वाले हैं.
गौतम अडानी ने IIT के साथ मिलकर एक नया फैलोशिप प्रोग्राम भी शुरू किया है जिसका नाम है Adani-IIT Platinum Jubilee Change Makers Fellowship. यह योजना देश के होनहार इंजीनियरों को बड़े और महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट्स पर काम करने का मौका देगी ताकि युवा प्रतिभा देश के विकास में अपना योगदान दे सके.
30 गीगावाट क्षमता वाला यह नवीकरणीय ऊर्जा पार्क भारत की ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने के साथ-साथ देश की साफ-सुथरी ऊर्जा की ग्लोबल इमेज भी बनाएगा. इससे प्रदूषण में कमी आएगी और हजारों लोगों को रोजगार के अवसर भी मिलेंगे. साथ ही, भारत अपनी जलवायु प्रतिबद्धताओं को भी समय पर पूरा कर सकेगा.
गौरतलब है कि अडानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी ने जून महीने में कंपनी की वार्षिक बैठक में बताया था कि उनका लक्ष्य 2030 तक 50 गीगावाट रिन्यूएबल एनर्जी उत्पादन करने का है. साथ ही उन्होंने कहा था कि यह प्रोजेक्ट साबित करता है कि बड़े पैमाने पर विकास और पर्यावरण की सुरक्षा दोनों साथ-साथ चल सकते हैं.
100 गीगावाट बिजली उत्पादन का लक्ष्य
अडानी ने आगे बताया कि उनकी कंपनी थर्मल, रिन्यूएबल और हाइड्रो ऊर्जा के संयोजन से 2030 तक कुल 100 गीगावाट बिजली उत्पादन करने की योजना बना रही है. इसका मतलब है कि देश में ऊर्जा की मांग को पूरा करने के लिए अलग-अलग स्रोतों से पर्याप्त बिजली पैदा होगी और भारत की ऊर्जा सुरक्षा मजबूत होगी.




