हरियाणा: खिलाड़ियों की मौत के बाद कार्रवाई, रोहतक और झज्जर के जिला खेल अधिकारी निलंबित, कांग्रेस ने सरकार पर साधा निशाना

हरियाणा के रोहतक और बहादुरगढ़ में बास्केटबॉल कोर्ट में हुई दो अलग-अलग घटनाओं में बास्केटबॉल का लोहे का खंभा गिरने से राष्ट्रीय स्तर के एक खिलाड़ी और एक अन्य किशोर की मौत हो गई. इस घटना से खेल विभाग में शोक की लहर है. वहीं राज्य में सियासी पारा हाई है. इस बीच प्रदेश के खेल मंत्री गौरव गौतम ने बड़ा एक्शन लिया है. मंत्री ने रोहतक और झज्जर के जिला खेल अधिकारियों को निलंबित कर दिया है.
खेल मंत्री गौरव गौतम ने रोहतक के गांव लाखनमाजरा में चल रही खेल नर्सरी को बंद करने के साथ ही दोनों हादसों की जांच के आदेश जारी कर दिए गए हैं. वहीं सभी 22 जिलों के स्पोर्ट्स ऑफिसर को जिले में स्टेडियम और स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्सों की जर्जर स्थिति की पूरी जानकारी तलब करने के आदेश भी खेल मंत्री ने जारी किए है.
‘दोषियों पर होगी कड़ी कार्रवाई’
मंत्री ने साफ कहा है कि जिस किसी की भी लापरवाही के चलते खिलाड़ी की जान गई, उस अधिकारी को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा. उस पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी ताकि भविष्य में इस तरह की घटना ना हो. खेल मंत्री ने ये भी कहा कि इस दुख की घड़ी में पूरी सरकार परिजनों के साथ हैं. यह बहुत दुखद घटना है और व्यक्तिगत रूप से बहुत आघात पहुंचा है.
कांग्रेस का बीजेपी पर हमला
इधर विपक्षी दलों ने राज्य की बीजेपी सरकार पर निशाना साधा और राज्य में खेल ढांचा चरमराने का आरोप लगाया. नेता प्रतिपक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने इन घटनाओं पर राज्य सरकार को आड़े हाथ लिया और कहा कि पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार ने गांव स्तर तक स्टेडियम बनवाए थे ताकि युवा अपनी ऊर्जा सही दिशा में लगा सकें और देश को सम्मान दिला सकें.उन्होंने कहा कि बीजेपी की मौजूदा सरकार ने कांग्रेस के बनाए खेल ढांचे का ध्यान नहीं रखा.
रणदीप सिंह सुरजेवाला ने साधा निशाना
वहीं कांग्रेस महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला ने हार्दिक की मौत को एक घटना नहीं बल्कि व्यवस्था द्वारा की गई हत्या करार दिया. उन्होंने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर करते हुए कहा ‘हार्दिक हरियाणा की युवा प्रतिभा था, एक बेटा भी और एक होनहार नौजवान भी. क्या भाजपा सरकार मां- बाप को उनका बेटा वापस दे पाएगी? मुख्यमंत्री नायब सैनी की भी सीधी जिम्मेदारी है’. उन्होंने आगे कहा ‘लखन माजरा के सभी खिलाड़ी रख-रखाव की मांग व सुविधाओं को लेकर नायब सैनी से तीन महीने पहले मिले थे, लेकिन हुआ कुछ नहीं- वही ढाक के तीन पात, इस आपराधिक लापरवाही का क्या कारण है?. अगर आप स्टेडियम का एक पोल भी नहीं ठीक कर सकते तो सरकार क्या खाक चलाओगे?.
रोहतक से कांग्रेस सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने आरोप लगाया कि स्टेडियमों में खेल उपकरण जर्जर हालत में हैं. उन्होंने कहा कि जिस तरह दो लोगों की जान चली गई, यह आपराधिक लापरवाही से कम नहीं है और इसके लिए सरकार जिम्मेदार है.
‘BJP कागजों और विज्ञापनों में विकास ढूंढ रही’
वहीं कांग्रेस नेता विनेश फोगाट ने कहा ‘सच्चाई यह है कि हरियाणा के बच्चे मैदानों में अपनी जान गंवा रहे हैं, और BJP सरकार कागजों और विज्ञापनों में विकास ढूंढ रही है. यह सिस्टम की असफलता नहीं यह सिस्टम की हत्या है. और उसके साथ मारे जा रहे हैं बच्चों के सपने, उनका विश्वास, और उनका भविष्य. यह खेल नीति नहीं, यह खिलाड़ियों के सपनों की खुलेआम हत्या है’.
दो बास्केटबॉल खिलाड़ियों की मौत
दरअसल रोहतक में राष्ट्रीय स्तर के बास्केटबॉल खिलाड़ी 16 साल के हार्दिक राठी पर कोर्ट में प्रैक्टिस के दौरान बास्केटबॉल का लोहे का खंभा गिर गया था जिससे उनकी मौत मौत हो गई, वहीं पड़ोसी झज्जर जिले के बहादुरगढ़ में 15 साल का अमन ऐसी ही एक घटना में घायल हो गया और उसकी भी जान चली गई.
सीसीटीवी कैमरे में कैद हुई घटना
पुलिस ने बताया कि मंगलवार को रोहतक में घटी यह दुखद घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई. इस फुटेज में सब-जूनियर राष्ट्रीय चैंपियनशिप में भाग ले चुके हार्दिक को हूप तक पहुंचने की कोशिश करते हुए देखा जा सकता है. हूप से लटकने के ऐसे ही एक प्रयास में उसके ऊपर खंभा गिर गया. लखन माजरा गांव में कोर्ट के पास खेल रहे अन्य खिलाड़ियों ने हार्दिक को अस्पताल पहुंचाया जहां उसकी मृत्यु हो गई. स्थानीय थाना प्रभारी समरजीत सिंह ने यह जानकारी दी. अधिकारियों ने बताया कि लोहे के खंभे के गिरने से जुड़ी परिस्थितियों और उपकरणों की स्थिति की जांच की जा रही है.
इलाज के दौरान हुई अमन की मौत
रोहतक खेल संभाग की उप निदेशक सुनीता खत्री ने कहा कि लखन माजरा स्टेडियम पंचायत विभाग के तहत आता है. वहीं बहादुरगढ़ की घटना रविवार की है, जब अमन एक सरकारी विद्यालय के परिसर में बास्केटबॉल कोर्ट में अभ्यास के लिए गया था. थाना प्रभारी (शहर) दिनकर यादव ने बताया कि उसके ऊपर लोहे का खंभा गिरने से वह बुरी तरह घायल हो गया और सोमवार रात उपचार के दौरान पीजीआईएमएस रोहतक में उसकी मौत हो गई.
हार्दिक के भाई ने लगाया लापरवाही का आरोप
हार्दिक के बड़े भाई खड़क सिंह ने कि न केवल परिवार ने, बल्कि देश ने अधिकारियों की लापरवाही की वजह से एक उभरते बास्केटबॉल खिलाड़ी को खो दिया है. उन्होंने यह भी कहा कि लोहे के खंभे की हालत के बारे में कई बार अधिकारियों को बताया गया था जिस पर जंग लगी थी, लेकिन उसे सही करने के लिए कुछ नहीं किया गया. अपने भाई की मौत के लिए खेल विभाग और सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए खड़क सिंह ने कहा कि हार्दिक ने कभी कोई प्रतिस्पर्धा नहीं छोड़ी और उसका सपना एक दिन भारतीय बास्केटबॉल की टीम का नेतृत्व करना था.
उन्होंने कहा कि हार्दिक दिन में दो बार प्रशिक्षण लेता था. मंगलवार सुबह उसने जैसे ही हूप छूने की कोशिश की, खंभा उखड़ गया और उसकी छाती पर गिर गया. उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने गांव में दो मैदान बनवाए और 2023 में अपनी सांसद निधि से 11 लाख रुपए आवंटित किए, लेकिन संबंधित अधिकारियों ने बास्केटबॉल पोल की मरम्मत के लिए कुछ नहीं किया.




