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जैसा कि आप जानते हैं कि हरियाणा के लोकप्रिय हिन्दी दैनिक जगत क्रान्ति का पिछले 44 वर्षों से निरन्तर प्रकाशन हो रहा है। 26 दिसम्बर 1979 को साप्ताहिक जगत क्रान्ति की स्थापना स्व. श्री तिलक राज जी भाटिया ने की थी। हरियाणा के जीन्द जैसे छोटे से शहर से एक समाचार पत्र के प्रकाशन की कल्पना से ही जहां कंपकपी चढऩे लगती हैं, वहीं स्व. श्री तिलक राज जी भाटिया ने ना केवल अमली जामा पहनाया, बल्कि जीन्द और आसपास के क्षेत्र में जगत क्रान्ति को प्रतिष्ठित समाचार पत्र के रूप में स्थापित भी किया। वर्ष 1987 में जगत क्रान्ति को साप्ताहिक से एक कदम और आगे ले जाते हुये उन्होंने इसे दैनिक कर दिया।
20 जून 1992 को मेरे स्व. श्री तिलक राज जी भाटिया के स्वर्गवास के बाद इसकी जिम्मेदारी उनके दोनों सुपुत्रों अरूण भाटिया और अजय भाटिया के कंधों पर आ गई। दोनों ने सामूहिक रूप से ना केवल इस जिम्मेदारी को उठाया, बल्कि अपने पिता जी के सपनों को साकार करने के लिये जी जान से जुट गये। वर्ष 1996 में दोनों भाईयों ने अपने अथक परिश्रम और जज्बे से जीन्द (हरियाणा) जैसे छोटे से कस्बे में समाचार पत्र मुद्रण की अति आधुनिक तकनीक वैब आफसेंट प्रिंटिंग प्रैस की स्थापना की। इसी सफर को आगे बढ़ाते हुये उन्होंने अपने लगातार प्रयासों और सतत मेहनत करते हुये राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के नोएडा (उत्तर प्रदेश) में एक नवीनतम तकनीक से सुसज्जित वैब आफसेट प्रिंटिंग प्रैस की स्थापना की।
दैनिक जगत क्रान्ति के प्रबन्ध सम्पादक श्री अरूण भाटिया का कहना है कि इस सफर में जगत क्रान्ति की टीम में प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से जुड़े साथियों का भी उतना ही योगदान है। यह हमारा सामूहिक प्रयास ही है कि आज जगत क्रान्ति के तीन संस्करण जीन्द (हरियाणा), नई दिल्ली और नोएडा (उत्तर प्रदेश) से प्रकाशित हो रहे हैं। अब हमने एक कदम और आगे बढ़ा दिया है, क्योंकि वर्तमान युग में दुनिया का डिजिटलाईजेशन हो रहा हैं, इसलिये जगत क्रान्ति प्रबन्धन ने निर्णय लेकर जगत क्रान्ति समाचार पत्र के साथ-साथ जगत क्रान्ति का यू ट्यूब चैनल जगत जगत क्रान्ति टीवी के नाम से पिछले पांच वर्षों से आरम्भ किया हुआ है।
श्री अरूण भाटिया ने बताया कि जैसे जगत क्रान्ति समाचार पत्र को पाठकों का प्यार मिला, वैसे ही जगत क्रान्ति टीवी को भी जनता का भरपूर सहयोग मिला। शुरू से लेकर आज तक जगत क्रान्ति अपनी निष्पक्षता और सत्य के लिए जाना जाता है। उनका कहना है कि हम आपको यह विश्वास दिलाना चाहते हैं कि बाजारीकरण के इस दौर में भी हम आपको सत्य और निष्पक्षता से हमेशा अवगत करवाते रहेंगे।

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