मध्यप्रदेश

दो बीवियों वाले भिखारी पति की अजीब शिकायत, कलेक्टर से बोला- मैं रोज के 3 हजार कमाता हूं, मगर…

मध्य प्रदेश के खंडवा में जनसुवाई चल रही थी. कलेक्टर सहित तमाम आला अधिकारी वहां मौजूद थे. तभी वहां एक भिखारी पहुंचा. उसने बीवियों को लेकर कुछ ऐसी शिकायत की, जिसे सुनक वहां मौजूद तमाम लोग सन्न रह गए. दिव्यांग भिखारी शफीक शेख ने कलेक्टर को बताया कि उसकी दो बीवियां हैं. दोनों आपस में बहुत लड़ती हैं, जिसके कारण उसका भीख मांगने का रोजगार प्रभावित हो रहा है.

भिखारी ने कहा- लेकिन वह दोनों ही बीवियों को छोड़ना नहीं चाहता. बल्कि दोनों को एक साथ, एक ही छत के नीचे रखना चाहता है. शफीक की यह बात सुनकर कलेक्टर ऋषव कुमार गुप्ता हैरत में पड़ गए. इतना ही नहीं जनसुनवाई में बैठे अन्य विभागों के अधिकारी भी दंग रह गए. कलेक्टर ने भिखारी की शिकायत को जांच के लिए महिला एवं बाल विकास विभाग के पास भेज दिया है. अब विभाग शफीक की दोनों पत्नियों को बुलाकर मामले का पता पटाक्षेप करने की कोशिश करेगा.

दो साल के अंतराल में दो निकाह

इधर, फरियाद लेकर पहुंचे शफीक ने बताया कि उसकी दो बीवियां हैं. पहली बीवी का नाम शबाना है, तो वहीं दूसरी बीवी का नाम फरीदा है. शबाना से उसका निकाह 2022 में हुआ था और फरीदा से उसने 2024 में निकाह किया था. शफीक नेत्रहिन है और खंडवा से महाराष्ट्र के बीच चलने वाली ट्रेनों और बसों में भिक्षावृत्ति कर अपना जीवन यापन करता है.

क्लेक्टर साहब बीवियों को समझाएं

शफीक ने बताया कि वह भिक्षावृत्ति से रोजाना दो से तीन हजार रुपए कमा लेता है. शफीक ने कहा कि वह दोनों पत्नियों को पालने में सक्षम है. लेकिन दोनों बीवियां आपस में बहुत झगड़ा करती हैं, जिसके कारण उसका भीख मांगने का रोजगार प्रभावित हो रहा है. इसीलिए कलेक्टर साहब इस मामले में दखल दें और दोनों बीवियों को समझाइएं.

भिखारी की बातें सुन क्या बोले कलेक्टर?

भीख मांगने वाले शफीक की ये बातें सुनकर कुछ देर के लिए तो कलेक्टर सन्न रह गए. लेकिन बाद में उन्होंने मुस्कुराते हुए महिला एवं बाल विकास अधिकारी को इस मामले का निराकरण.करने के निर्देश दिए. कहा कि शफीक की दोनों पत्नियों को बुलाकर समझाइश दी जाए। शफीक ने बताया कि वह दोनों पत्नियों को एक ही घर में साथ रखना चाहता है, लेकिन दोनों आपस में आए दिन झगड़ा करते रहती हैं, जिसके कारण उनके झगड़े निपटाने के चक्कर में शफीक का भीख मांगने भी नहीं जा पाता. ऐसे वो पैसे भी नहीं कमा पाता.

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