भिवानी: भिवानी के भीम स्टेडियम की स्थिति इन दिनों लगातार सवालों के घेरे में है. राष्ट्रीय स्तर की स्कूली खेलकूद प्रतियोगिता का संचालन जहां इस स्टेडियम में किया जा रहा है. वहीं, इसकी जर्जर हालत किसी बड़े हादसे का संकेत दे रही है. ऐसा प्रतीत होता है कि स्टेडियम प्रशासन किसी अनहोनी का इंतजार कर रहा है, क्योंकि बहादुरगढ़ में हाल ही में घटी घटना से भी इसने कोई सबक नहीं लिया है.
टूटी सीटें और बाहर निकले हैं सरिए: स्टेडियम में दर्शक दीर्घा, जो खिलाड़ियों व दर्शकों के बैठने के लिए बनाई गई थी, आज पूरी तरह बदहाल स्थिति में है. दर्शक दीर्घा की सीटें कई जगहों से टूट चुकी हैं, ईंटें बाहर निकल आई हैं और लौहे के सरिए खुले पड़े हैं. ऐसी स्थिति में यहां बैठना तो दूर, आसपास से गुजरना भी जोखिम भरा हो गया है.खिलाड़ी बताते हैं कि यहां बैठने की मनाही जरूर है, लेकिन प्रतियोगिताओं के दौरान अनजाने में कोई खिलाड़ी या दर्शक इधर आ जाए तो हादसा होना तय है.
लोहे की इंगलों पर थ्री-फेज तार: इन खराब व्यवस्थाओं के बीच सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि स्टेडियम प्रशासन ने थ्री-फेज बिजली की तारों को दर्शक दीर्घा पर लगी लौहे की इंगलों पर ही बांध दिया है. यह लापरवाही किसी भी क्षण गंभीर दुर्घटना का कारण बन सकती है. बिजली की सप्लाई चालू हो या बंद-यह अलग विषय है-लेकिन थ्री-फेज सप्लाई वाले खुले तार अगर किसी खिलाड़ी या दर्शक के संपर्क में आए, तो बड़ा हादसा होना तय है.
खिलाड़ी बोले-“यहां हालत बद से बदतर”: खिलाड़ियों का कहना है कि रोजाना हजारों की संख्या में प्रतियोगी और अभिभावक यहां पहुंच रहे हैं, ऐसे में सुरक्षा इंतजामों की अनदेखी समझ से परे है. स्टेडियम आए खिलाड़ी शिवम ने कहा कि “यहां की हालत बद से बदतर है. पूरा स्टेडियम जर्जर हालत में है.”
प्रशासन की लापरवाही पर उठ रहे सवाल: स्टेडियम की दर्शक दीर्घा के ऊपर लटकते बिजली के तार और उखड़ी हुई सीटें प्रशासन की निष्क्रियता और लापरवाही को उजागर करती हैं. राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं के बीच इस तरह की अव्यवस्था प्रशासन की तैयारियों पर प्रश्नचिह्न लगा रही है.
खिलाड़ियों व शहरवासियों की अपील: इन सब के बीच खिलाड़ियों, दर्शकों और शहरवासियों की प्रशासन से अपील है कि भीम स्टेडियम को जल्द से जल्द सुरक्षित बनाया जाए और इसकी मरम्मत कर इसे खेलों के अनुरूप पुनः तैयार किया जाए. सुरक्षा की अनदेखी केवल खिलाड़ियों ही नहीं, बल्कि पूरे शहर के लिए खतरे का कारण बन सकती है.