बिहार

बिहार की राजनीति में बड़ा उलटफेर: उपेंद्र कुशवाहा के बेटे दीपक बिना चुनाव लड़े बने नीतीश कैबिनेट के मंत्री

बिहार में नीतीश कुमार आज गुरुवार को रिकॉर्ड 10वीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने जा रहे हैं. इस शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के कई दिग्गज नेता शामिल हो रहे हैं. नीतीश की नई कैबिनेट में कौन-कौन शामिल किए जाएंगे, इस पर कयास लगने शुरू हो गए हैं. एनडीए के सहयोगी उपेंद्र कुशवाहा के बेटे के भी मंत्री बनने की चर्चा है.

कयास है कि पूर्व मंत्री उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी राष्ट्रीय लोक मोर्चा (RLM) के कोटे से दीपक प्रकाश मंत्री बनने जा रहे हैं. दीपक ने विधानसभा चुनाव नहीं लड़ा था. लेकिन चुनाव से पहले जब सीट बंटवारे को लेकर बातचीत हुई तो उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी को एक MLC सीट दिए जाने पर सहमति बनी थी. इस कोटे के जरिए वह विधायक बन सकते हैं.

मां स्नेहलता का नाम भी चर्चा में रहा

विधानसभा चुनाव से पहले सीट बंटवारे को लेकर उपेंद्र कुशवाहा ने खासी नाराजगी दिखाई थी. पटना में जब बात नहीं बनी तब दिल्ली में उनकी मुलाकात अमित शाह से कराई गई थी. तब खबरें आई थीं कि उन्हें 6 सीट के अलावा एक एमएलसी की सीट भी देने का वादा किया गया.

हालांकि, पहले ये भी चर्चाएं थीं कि उपेंद्र कुशवाहा की पत्नी स्नेहलता कुशवाहा को नीतीश सरकार में शामिल किया जा सकता है. स्नेहलता ने बिहार की सासाराम विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा और उन्हें 25 हजार से भी अधिक वोटों से जीत हासिल हुई. चुनाव में उन्हें 1,05,006 वोट मिले तो राष्ट्रीय जनता दल के सतेंद्र साह को 79,563 वोट ही मिले थे. खुद उपेंद्र कुशवाहा राज्यसभा सांसद हैं.

नीतीश सरकार में हिस्सेदारी को लेकर मंथन

चुनाव में बंपर जीत के बाद एनडीए के घटक दलों में नीतीश कुमार की अगुवाई सरकार में हिस्सेदारी को लेकर मंथन चल रहा था. हालांकि इस बारे में ज्यादा खुलासा नहीं किया गया है. लेकिन सूत्रों के हवाले से खबर है कि स्पीकर पद को लेकर एनडीए सहयोगियों में सहमति बन गई है. बीजेपी के वरिष्ठ विधायक प्रेम कुमार को स्पीकर बनाया जा सकता है, जबकि डिप्टी स्पीकर का पद जेडीयू को मिलेगा.

सूत्रों का यह भी कहना है कि नीतीश के नए कैबिनेट में एनडीए के मुख्य घटक दलों भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) से 5 से 6 नए चेहरे शामिल किए जा सकते हैं. दावा है कि जेडीयू अपने पुराने चेहरों को ही नई सरकार में बनाए रख सकती है जबकि बीजेपी कुछ नये चेहरों को मौका दे सकती है.

इसके अलावा चुनाव में शानदार प्रदर्शन करने वाले चिराग पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास), जीतन राम मांझी की हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा सेकुलर और उपेंद्र कुशवाहा की राष्ट्रीय लोक मोर्चा को भी उचित प्रतिनिधित्व मिलेगा. ऐसे में चिराग की पार्टी के कोटे में 3 मंत्री पद जा सकते हैं जबकि हम और रालोमा के खाते में एक-एक पद जाने की संभावना है. नई कैबिनेट में बीजेपी से 16 मंत्री और जेडीयू से 14 मंत्रियों के शपथ लेनी की संभावना है.

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