डॉ. आदिल की गिरफ्तारी के बाद सहारनपुर फिर चर्चा में, आतंकियों के ठिकाने के रूप में कई बार आ चुका है सुर्खियों में

उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले से श्रीनगर पुलिस ने हाल ही में सहारनपुर के एक निजी अस्पताल में तैनात डॉ आदिल अहमद राठर को गिरफ्तार किया है. आदिल पर आरोप है कि उसने श्रीनगर में आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के प्रचार वाले पोस्टर लगाए थे. गिरफ्तारी के दौरान पुलिस को उसके पास से AK-47 राइफल, कई इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस और संदिग्ध चैट रिकॉर्ड मिले. जांच में पता चला कि वह हरियाणा और अन्य राज्यों में सक्रिय एक बड़े नेटवर्क से जुड़ा हो सकता है.
हालांकि, यह पहला मौका नहीं है, जब सहारनपुर किसी आतंकी कनेक्शन के कारण चर्चा में आया हो. बीते कुछ वर्षों में इस जिले से जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा, हिजबुल मुजाहिदीन, इंडियन मुजाहिदीन और AQIS जैसे संगठनों से जुड़े लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है.
साल 2018 में जैश-ए-मोहम्मद से जुड़ा नदीम अरेस्ट
वर्ष 2018 में जैश-ए-मोहम्मद से जुड़ा नदीम गंगोह इलाके से गिरफ्तार हुआ था. जांच में खुलासा हुआ कि वह पाकिस्तान स्थित हैंडलर्स के संपर्क में था और जम्मू-कश्मीर के जैश मॉड्यूल के लिए काम करता था. इसके बाद देवबंद से जमात-उल-मुजाहिदीन बांग्लादेश (JMB) का सदस्य तल्हा पकड़ा गया, जो भारत में कट्टरपंथी संगठनों की गतिविधियों को फैलाने में शामिल था.
लश्कर-ए-तैयबा का आतंकी इनामुल और हिजबुल मुजाहिदीन का सदस्य उल्फत हुसैन उर्फ सैफुल भी सहारनपुर से ही पकड़े गए थे. फरवरी 2019 में जैश से जुड़े शाहनवाज तेली और आकिब की गिरफ्तारी ने पूरे देश का ध्यान इस क्षेत्र की ओर खींचा. दोनों कश्मीरी युवक देवबंद में किराए पर रह रहे थे और उनके पास से कई संदिग्ध सामग्री बरामद हुई थी.
NIA और ATS की संयुक्त कार्रवाई
सहारनपुर से जुड़े कई मामलों में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) और उत्तर प्रदेश एंटी टेररिस्ट स्क्वॉड (ATS) ने मिलकर कार्रवाई की. नजीर अहमद, एजाज शेख और बिलाल खान जैसे नाम सामने आए, जिन पर आतंकी साजिश, फंडिंग और युवाओं को उकसाने के आरोप लगे. सितंबर 2025 में तितरों-नकुड़ निवासी बिलाल खान की गिरफ्तारी बड़ी सफलता मानी गई. वह अल-कायदा इन द इंडियन सबकॉन्टिनेंट (AQIS) से जुड़ा था और पाकिस्तान में बैठे हैंडलर्स के संपर्क में था. जांच रिपोर्ट में यह भी सामने आया कि पश्चिमी यूपी के कुछ हिस्सों में स्लीपर सेल सक्रिय हैं.
देवबंद का ATS सेंटर बना सुरक्षा कवच
सहारनपुर में बढ़ती आतंकी गतिविधियों को देखते हुए यूपी सरकार ने 2022 में देवबंद में ATS कमांड कंट्रोल सेंटर स्थापित किया. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर बना यह सेंटर पश्चिमी यूपी का स्ट्रैटेजिक नर्व हब है. यहां की टीम सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, शामली और हरिद्वार में संदिग्ध नेटवर्क पर नजर रखती है. यह स्थानीय पुलिस, इंटेलिजेंस ब्यूरो और NIA के साथ मिलकर संयुक्त कार्रवाई और सूचना साझा करने का काम करती है.
वहीं, बीते गुरुवार रात डॉ आदिल अहमद की गिरफ्तारी के बाद सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट मोड में हैं. जांच एजेंसियां उसके संपर्कों की तहकीकात कर रही हैं. दिल्ली में लाल किला के पास बम धमाकों से भी क्या आदिल के कनेक्शन है, पुलिस इसका पता लगा रही है.




