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सऊदी अरब ने घटाई उमराह वीजा की अवधि, लाखों भारतीय तीर्थयात्रियों पर पड़ेगा असर

भारत से बड़ी तादाद में लोग सऊदी अरब तीर्थयात्रा हज और उमराह अदा करने जाते हैं. जबकि हज करने जाने के लिए एक निर्धारित समय होता है. लेकिन, उमराह पर लोग पूरे साल भर जाते हैं. अब उमरा अदा करने जाने को लेकर बड़ा बदलाव सामने आया है. सऊदी अरब ने उमराह (Umrah) के लिए एंट्री वीजा के वैधता पीरियड को तीन महीने से घटाकर एक महीना कर दिया है.

अब वीजा जारी होने की तारीख से सिर्फ एक महीने तक ही यह मान्य रहेगा. अगर वीजा लगने के एक महीने के अंदर आप उमराह पर नहीं जाते हैं. तो फिर आपका वीजा मान्य नहीं रहेगा. अल-अरबिया ने हज और उमराह मंत्रालय के सूत्रों के हवाले से कहा कि जहां एक तरफ एंट्री वीजा के लिए 1 महीने का समय कर दिया गया है. वहीं, सऊदी अरब पहुंचने के बाद तीर्थयात्री के ठहरने की अवधि पहले की तरह तीन महीने ही बनी रहेगी.

कब से होंगे नए नियम लागू?

मंत्रालय ने उमराह वीजा संबंधी नियमों में कुछ संशोधन किए हैं. संशोधित नियमों के अनुसार, अगर तीर्थयात्री वीजा जारी होने के 30 दिनों के अंदर सऊदी अरब में प्रवेश के लिए पंजीकरण नहीं करता है, तो वीजा रद्द कर दिया जाएगा. सूत्रों के मुताबिक, ये नए नियम अगले सप्ताह से प्रभावी हो जाएंगे.

क्यों लिया गया फैसला?

नेशनल कमेटी फॉर उमराह एंड विजिट के सलाहकार अहमद बजाइफर ने कहा कि यह निर्णय मंत्रालय की उन तैयारियों का हिस्सा है, जो उमराह यात्रियों की अनुमानित बढ़ोतरी को ध्यान में रखते हुए की जा रही हैं — विशेष रूप से गर्मी खत्म होने और मक्का व मदीना में तापमान कम होने के बाद बड़ी संख्या में लोग उमराह करने के लिए जाते हैं. इसका मकसद दोनों पवित्र शहरों में भीड़भाड़ को रोकना है.

उमराह पर जाने का बना रिकॉर्ड

नए उमराह सत्र की शुरुआत जून की शुरुआत में हुई थी, तब से अब तक विदेशी तीर्थयात्रियों को जारी किए गए उमराह वीजों की संख्या 40 लाख से ज्यादा हो गई है. इस तरह, इस साल का उमराह सत्र सिर्फ पांच महीनों में विदेशी तीर्थयात्रियों की संख्या के लिहाज से रिकॉर्ड बना रहा है.

कितने भारतीय उमराह पर जाते हैं?

सऊदी अरब सरकार के अधिकारियों ने बताया था कि साल 2023 में भारतियों ने विश्व में तीसरी सबसे बड़ी तादाद में उमराह अदा किया था. कुल 18 लाख भारतीय मुसलमानों ने उमराह अदा किया था. उमराह इस्लामिक तीर्थयात्रा है जो मक्का में की जाती है और इसे वर्ष के किसी भी समय किया जा सकता है.

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