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हरियाणा पुलिस में हड़कंप, साइबर ठगों से सांठगांठ के आरोप में एएसआई बर्खास्त, पंचकूला कमिश्नर ने दी सख्त चेतावनी

पंचकूला: पंचकूला के आईटी पार्क में पुलिस ने सितंबर 2025 में छापामारी कर एक अंतरराष्ट्रीय साइबर ठगी गिरोह का पर्दाफाश किया था. जांच में खुलासा हुआ कि इस गिरोह को हरियाणा पुलिस के एएसआई सतीश का संरक्षण मिला हुआ था, जो उस समय जींद में तैनात था. आरोप है कि सतीश की मदद से यह साइबर ठगी नेटवर्क बेखौफ तरीके से चलता रहा. मामले की गंभीरता को देखते हुए जींद के एसपी ने एएसआई सतीश को तुरंत प्रभाव से बर्खास्त कर दिया. इस संबंध में पंचकूला पुलिस कमिश्नर शिवास कविराज ने एक वीडियो जारी कर कार्रवाई की पुष्टि की और कहा कि पुलिस विभाग में किसी भी स्तर पर भ्रष्टाचार या मिलीभगत बर्दाश्त नहीं की जाएगी.

झूठी खबरों पर होगी सख्त कार्रवाई: पंचकूला पुलिस कमिश्नर शिवास कविराज ने स्पष्ट किया कि साइबर ठगी मामले में पुलिस विभाग के किसी बड़े अधिकारी की संलिप्तता नहीं पाई गई है. उन्होंने इंटरनेट मीडिया पर फैलाई जा रही ऐसी खबरों को पूरी तरह झूठा बताया. कमिश्नर ने कहा कि सोशल मीडिया पर गलत सूचना फैलाने वालों की पहचान की जा रही है और पंचकूला पुलिस ऐसे व्यक्तियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई करेगी, ताकि अफवाहों पर रोक लगाई जा सके और जनता के बीच भ्रम की स्थिति न बने.

तीन कंपनियों के मालिक और कर्मचारी गिरफ्तार: पुलिस कमिश्नर शिवास कविराज ने वीडियो जारी कर बताया कि पंचकूला पुलिस की छापेमारी के दौरान तीन कंपनियों का पर्दाफाश किया गया. इस मामले में कुल 10 मालिकों में से 6 मालिकों और 85 कर्मचारियों को हिरासत में लिया गया है.अन्य चार मुख्य आरोपियों और कंपनी मालिकों को भी जल्द गिरफ्तार किए जाने की उम्मीद है. साथ ही इस कार्रवाई में लाखों रूपये की संपत्ति, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण और अन्य सामान बरामद किया गया है.

कंपनी मालिकों को छोड़ने की खबरों का खंडन: पुलिस कमिश्नर शिवास कविराज ने स्पष्ट किया कि इस मामले में सिद्धार्थ नामक एक व्यक्ति और एक पुलिस कर्मचारी का नाम सामने आया है, जिसकी जांच अभी जारी है. इंटरनेट मीडिया पर यह खबर कि कंपनियों के मालिकों को छोड़ दिया गया, पूरी तरह गलत है और अब तक किसी भी मालिक को पुलिस द्वारा छोड़ नहीं गया है.

झूठी खबर फैलाने वालों की पहचान कर होगी कार्रवाई: पुलिस कमिश्नर शिवास कविराज ने कहा कि इंटरनेट पर फैलाई जा रही झूठी खबरें कुछ लोगों द्वारा प्रसारित की गई हैं, जिनकी पहचान के प्रयास जारी हैं. ऐसे आरोपियों के खिलाफ कानून के तहत कार्रवाई की जाएगी और पुलिस इस मामले में आरोपियों से पूछताछ करने के साथ ही विभिन्न पहलुओं से जांच को आगे बढ़ा रही है.

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