बीए छात्र ने की आत्महत्या, सुसाइड नोट में पिता को ठहराया जिम्मेदार — लिखा, “पापा को तलाक देकर बहन के पास चले जाना”

अंबाला: शाहाबाद के हुड्डा पार्ट-2 निवासी तुषार ने सोमवार सुबह सवा १ बजे मोहड़ा रेलवे स्टेशन के पास मालगाड़ी के अगे कूदकर आत्महत्या कर ली थी। जीआरपी ने क्षत विक्षत हालत में ट्रैक पर पड़े शव का कैंट के नागरिक अस्पताल में पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों को सौंप दिया। मृतक के माता-पिता सरकारी स्कूल में शिक्षक हैं। बहन न्यूजीलैंड में पढ़ाई कर रही है। तुषार इकलौता बेटा था।
जीआरपी को दिए सपान में मृतक की मां रेखा ने कहा कि बेटा कुछ समय से मानसिक रूप से परेशान चल रहा था। सुसाइड नोट में तुषार ने लिखा, तीसरी कक्षा में पढ़ता था तब से घर में घरेलू हिंसा देखता आ रहा हूं। सच कहूं तो मैं इससे तंग आ चुका हूं। जीआरपी के सब इंस्पेक्टर राजकुमार ने बताया कि मां, मामा व अन्य रिश्तेदारों के बयान पर इत्तिफाकन मौत की कार्रवाई अमाल में लाई गई है। मां रेखा ने बताया कि बेटा कुछ समय से मानसिक रूप से परेशान चल रहा था। पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौप दिया गया है। मालगाड़ी के आगे कूदकर छात्र ने आत्महत्या की है। एक पेज का सुसाइड नोट भी मिला है।
सुसाइड नोट में लिखा, तीसरी कक्षा से घरेलू हिंसा देखते आ रहा हूं… मैं इससे तंग आ चुका ह
कभी सोचा नहीं था कि ऐसा कुछ लिखूंगा… यह कहानी तब शुरू हुई भी जब में तीसरी कक्षा में पढ़ता था। मैं तब से घर में बरेलू हिंसा देखता आ रहा हूं। सच कहूं तो में इससे तंग आ चुका हूं। मेरी मानसिक स्थिति भी कुछ ठीक नहीं रहती और में पहले भी कोशिश करता था कि कैसे सुसाइड करू कि हादसा लगे लेकिन अब मुझे लगता है कि आत्महाला करने में कोई शर्म नहीं है और मेरे गैरजिम्मेदार पिता मेरी आत्महत्या के लिए पूरी तरह से जिम्मेदार हैं।
एड सौरी मम्मा, मैं आपका अच्छा बेटा नहीं बन पाया। मैने जो मांगा आपने मुझे दिया और अब एक आखिरी चोज मांग रहा हूं। मेरे जाने के बाद पापा को तलाक देकर बहन के साथ न्यूजीलैंड चले जाना। पापा को शुरू से मेरे से ही दिक्कत थी आपसे नहीं। मेरा सपना आईआईएसस्सी बंगलुरू से रिसर्च करने का था लेकिन कोई बात नहीं, अगले जन्म में साइंटिस्ट बन जाउंगा। मुझे कभी अपना जन्मदिन पसंद नही था तो सोचा कि 2 नवंबर को सुसाइड करूंगा। पर कल जो भी हुआ, में अब और सहन नहीं कर सकता ।




