भारत में Starlink इंटरनेट लॉन्च: सेटअप कॉस्ट, स्पीड और प्लान्स की पूरी जानकारी

भारत में इंटरनेट जगत में बड़ा बदलाव आने वाला है. एलन मस्क की सैटेलाइट इंटरनेट सेवा Starlink को लगभग सभी सरकारी मंजूरी मिल चुकी है और इसके जनवरी 2026 तक लॉन्च होने की उम्मीद है. Starlink ग्रामीण और दूरदराज के इलाकों तक हाई-स्पीड इंटरनेट पहुंचाने का वादा कर रहा है. यहां हम इसकी भारत में संभावित कीमत, सेटअप और अन्य जरूरी जानकारी दे रहे हैं.
भारत में कब होगी लॉन्चिंग
Starlink को भारत में काम करने के लिए लगभग सभी सरकारी अनुमतियां मिल चुकी हैं, केवल SATCOM गेटवे और कुछ नेटवर्क उपकरण लाइसेंस बाकी हैं. उम्मीद है कि ये अगले क्वार्टर में पूरे हो जाएंगे और इसके बाद जनवरी 2026 से सेवा शुरू हो सकती है. सरकार ने फिलहाल दो मिलियन कनेक्शन की सीमा तय की है ताकि बाजार का संतुलन बिगड़े नहीं.
Starlink की सेटअप कॉस्ट और प्लान
भारत में Starlink सर्विस की शुरुआती सेटअप कॉस्ट लगभग 30,000 रुपये बताई जा रही है. मासिक पैकेज की कीमत 3,300 रुपये से शुरू हो सकती है. हालांकि, यह भी कहा जा रहा है कि अलग-अलग क्षेत्रों के हिसाब से पैकेज की कीमत में बदलाव हो सकता है. इसका मकसद यूजर्स को स्टेबल और लगातार इंटरनेट कनेक्शन उपलब्ध कराना है.
भारत में कितनी होगी Starlink इंटरनेट की स्पीड
Starlink भारत में 25Mbps से 225Mbps तक की इंटरनेट स्पीड देने का दावा कर रहा है. यह स्पीड पारंपरिक शहरी इंटरनेट सेवाओं से धीमी हो सकती है, लेकिन ग्रामीण और दूरदराज के इलाकों के लिए यह काफी बड़ी सुविधा साबित होगी. Starlink खासतौर पर उन इलाकों के लिए डिजाइन किया गया है जहां पारंपरिक ब्रॉडबैंड या फाइबर कनेक्शन उपलब्ध नहीं हैं.
ग्रामीण भारत के लिए क्यों जरूरी है Starlink
Starlink की सबसे बड़ी खासियत यह होगी कि यह उन क्षेत्रों तक इंटरनेट पहुंचाएगा जहां अभी तक नेटवर्क की समस्या रहती है. शहरों में यह सेवा महंगी और धीमी लग सकती है, लेकिन गांव और पहाड़ी इलाकों के लिए यह बड़ा गेमचेंजर बन सकती है. इससे डिजिटल इंडिया के सपने को मजबूती मिलेगी.
जनवरी 2026 से बदल जाएगी तस्वीर
जैसे ही Starlink भारत में लॉन्च होगा, देश के इंटरनेट परिदृश्य में बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा. महंगी कीमत और सीमित स्पीड के बावजूद, यह सेवा लाखों लोगों को पहली बार हाई-स्पीड इंटरनेट से जोड़ सकती है. अगर सब कुछ तय समय पर रहा तो जनवरी 2026 से भारत में इंटरनेट की तस्वीर बदल सकती है.