युवाओं की ऊर्जा को सही दिशा देने से ही शक्तिशाली समाज का निर्माण – डॉ. गोपाल भारत को विश्व गुरु बनाने में युवाओं की प्रमुख भूमिका – राजयोगिनी आशा दीदी
दिल्ली एवं एनसीआर के युवाओं के लिए नई उमंग नई तरंग अभियान का हुआ शुभारम्भ 19 सितम्बर से 21 दिसम्बर तक चलेगा ये अभियान
ब्रह्माकुमारीज़ संस्थान के युवा प्रभाग ने किया अभियान का आयोजन
ब्रह्माकुमारीज़ के ओम शांति रिट्रीट सेंटर में हुआ कार्यक्रम
गुरुग्राम, , (ब्यूरो): ब्रह्माकुमारीज़ संस्थान के भोराकलां स्थित ओम शांति रिट्रीट सेंटर में शुक्रवार 19 सितम्बर को युवाओं के लिए नई उमंग नई तरंग अभियान का शुभारम्भ हुआ। दादी प्रकाशमणी सभागार में आयोजित कार्यक्रम में दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत हुई। 19 सितम्बर से 21 दिसंबर तक चलने वाले अभियान के तहत दिल्ली एवं एनसीआर में अनेक कार्यक्रम आयोजित होंगे। अभियान के दौरान युवाओं को उनकी क्षमताओं से जागरूक कर उन्हें प्रेरित करना है। उनमें लक्ष्य के प्रति नई ऊर्जा का संचार करना है। साथ ही नशे एवं व्यसनों की बुरी आदतों से मुक्त करना है। कार्यक्रम में पधारे ग्लोबल योग एलायंस के अध्यक्ष डॉ. गोपाल ने कहा कि युवा आशावादी होते हैं। अगर युवाओं की ऊर्जा को सही दिशा दी जाए तो शक्तिशाली समाज का निर्माण हो सकता है। भोजन की सात्विकता का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि भोजन से विचार बनते हैं। विचारों से कर्म बनते हैं। कर्म से संस्कार बनते हैं। दिल्ली, नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के सहायक निदेशक संदीप यादव ने कहा कि ब्रह्माकुमारीज़ एवं एनसीबी के मध्य एमओयू पर हस्ताक्षर हुए हैं। जिसके तहत अभी तक अनेक कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं। उन्होंने कहा कि नशे की लत के कई कारण हैं। जिसमें प्रमुख रूप से जिज्ञासा, साथियों का दबाव, तनाव, शौक एवं दिखावा है। अगर युवा मानसिक रूप से मजबूत होंगे तो नशे के आदि नहीं हो सकते। उन्होंने एनसीबी के द्वारा नशे के खिलाफ बनाए गए अनेक नियमों की भी जानकारी दी। ओआरसी की निदेशिका राजयोगिनी आशा दीदी ने युवाओं को अपने संबोधन से प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि बचपन से ही उन्हें मात-पिता से कुछ विशेष करने की प्रेरणा मिली। जीवन में कभी भी निराश नहीं होना। जीवन के अंतिम क्षणों तक भी पासा पलट सकता है। असफलता सदैव हमें एक पाठ पढ़ाती है। उन्होंने कहा कि जितना हम बड़ों का सम्मान करते हैं उतनी उनकी दुआएं प्राप्त होती हैं। युवाओं से विशेष अनुरोध करते हुए उन्होंने कहा कि मातृशक्ति के प्रति सम्मान और आदर का भाव ही जरूरी है। भारत को विश्व गुरु बनाने में युवाओं की महत्वपूर्ण भूमिका है। ब्रह्माकुमारीज़ संस्थान के युवा प्रभाग की अध्यक्षा राजयोगिनी चंद्रिका दीदी ने कहा कि उमंग-उत्साह जीवन की सांसे हैं। आज युवाओं में तनाव और निराशा बढ़ रही है। स्वयं में उनका विश्वास घट रहा है। ऐसे में संस्था का युवा प्रभाग युवाओं के लिए अनेक अभियान आयोजित करता है। उन्होंने कहा कि युवाकाल जीवन का सर्वश्रेष्ठ काल है। इस काल में युवा मानसिक, बौद्धिक एवं शारीरिक क्षमताओं को जितना बढ़ाना चाहे बढ़ा सकता है। उन्होंने कहा कि कभी भी किसी से तुलना न करें। आप इस दुनिया अद्वितीय हैं। आपके जैसा कोई अन्य नहीं है। आगे बढऩे के लिए हिम्मत जरूरी है। हिम्मत से ही दूसरों की मदद मिलती है। युवा प्रभाग की राष्ट्रीय संयोजिका बीके कृति ने अभियान के बारे में विस्तृत जानकारी दी। कार्यक्रम में जीबी पंत हॉस्पिटल के सीनियर न्यूरोलॉजिस्ट डॉ. स्वप्न गुप्ता ने नशे और व्यसनों से होने वाले नुकसान के बारे में बताया।
संस्था के मुख्यालय माउंट आबू से पधारे युवा प्रभाग के उपाध्यक्ष राजयोगी आत्म प्रकाश ने भी अपने विचार व्यक्त किए। संस्थान के युवा प्रभाग, दिल्ली की संयोजिका बीके अनुसूया ने अपने शब्दों से सभी का अभिवादन किया। युवा प्रभाग की वरिष्ठ सदस्य बीके गीता ने सभी को राजयोग के अभ्यास से गहन शांति की अनुभूति कराई। माउंट आबू से पधारे बीके जीतू ने सभी को नशामुक्त एवं विकसित भारत के लिए प्रतिज्ञा कराई। युवा प्रभाग, दिल्ली के संयोजक बीके रोहित ने अपने शब्दों से सबका आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम में कई युवाओं ने राजयोग के द्वारा नशा मुक्ति के अनुभव भी साझा किए। उन्होंने कहा कि योग के अभ्यास से उनके जीवन में अद्भुत परिवर्तन आया। दिल्ली, लक्ष्मी नगर से आए युवा कलाकारों ने नई उमंग नई तरंग विषय पर बहुत सुंदर नाटक का मंचन किया। दिल्ली, पश्चिम विहार के युवाओं ने नृत्य के द्वारा सबका मनोरंजन किया। ओआरसी के बीके चांद ने गीत के माध्यम से अपनी प्रस्तुति दी। कार्यक्रम का संचालन ओआरसी की बीके विद्यात्री ने किया। कार्यक्रम में 1000 से भी अधिक युवाओं एवं अन्य लोगों ने शिरकत की।




