दिल्ली

“पापा की जान बच सकती थी…” डिप्टी डायरेक्टर के बेटे का सवाल- पास में थे AIIMS-सफदरजंग, फिर 19 किमी दूर क्यों ले गए?

दिल्ली के धौला कुआं में रविवार को वित्त मंत्रालय में कार्यरत डिप्टी डायरेक्टर नवजोत सिंह की एक भीषण सड़क हादसे में मौत हो गई थी. तेज रफ्तार BMW कार ने उनकी बाइक को जोरदार टक्कर मारी. हादसे के बाद नवजोत सिंह और उनकी पत्नी को जीटीबी नगर के न्यू लाइफ अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने डिप्टी डायरेक्टर को मृत घोषित कर दिया था. जबकि उनकी पत्नी घायल हैं. अब इस मामले में कई सवाल उठ रहे हैं. क्योंकि हादसे के बाद उन्हें और उनकी पत्नी को नजदीकी अस्पताल में न ले जाकर 19 किलोमीटर दूर के अस्पताल में ले जाया गया.

ये घटना रविवार को उस समय हुई, जब डिप्टी डायरेक्टर नवजोत सिंह अपनी पत्नी के साथ बंगला साहिब गुरुद्वारा से घर लौट रहे थे. तभी उनकी बाइक को BWM ने टक्कर मारी दी, जिसे एक महिला चला रही थी. इस हादसे को लेकर डिप्टी डायरेक्टर के बेटे नवनूर सिंह का कहना है कि अगर उनके पिता को पास के सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल ले जाया जाता तो उनकी जान बच सकती थी, लेकिन उन्हें 19 किलोमीटर दूर जीटीबी नगर के न्यू लाइफ अस्पताल ले जाया गया, जहां ठीक-ठाक सुविधा भी नहीं थी.

‘पापा की जान बच सकती थी’

नवनूर सिंह ने कहा कि उन्हें एक दोस्त ने फोन करके हादसे की जानकारी दी. मेरे माता-पिता को न्यू लाइफ़ अस्पताल में भर्ती कराया गया था. हादसा करीब दोपहर 1 से 1:30 बजे के बीच हुआ. एक लड़की BMW चला रही थी, जिसने मेरे माता-पिता की बाइक को टक्कर मार दीधौला कुआं और एम्स के पास कई सुपरस्पेशलिटी अस्पताल हैं. अगर उन्हें वहां ले जाया जाता तो पापा की जान बच सकती थी.

पिता को लॉबी में रखने का किया दावा

इसके साथ ही नवनूर सिंह ने यह भी दावा किया कि जीटीबी नगर का न्यू लाइफ़ अस्पताल उसी लड़की का है, जो कार चला रही थी. मेरे माता-पिता को डिलीवरी वैन से अस्पताल भेजा गया, जब मेरी मां को होश आया, तो वह यात्री सीट पर थीं और उन्होंने पीछे मुड़कर देखा तो मेरे पापा लेटे हुए थे. नवनूर ने बताया कि जब उनकी मां अस्पताल पहुंचीं तो उनकी हालत गंभीर थी. उन्होंने कहा, उनकी गंभीर हालत के बावजूद, उन्हें लॉबी में ही रखा गया, जबकि बाद में मामूली चोटों वाले मरीज को एक रूम दे दिया गया.

BMW चालक भी उसी अस्पताल में भर्ती

यही नहीं नवनूर ने ये भी कहा कि किस्मत से उनकी मां को होश आ गया और उन्होंने अस्पताल से किसी दूसरे अस्पताल में काम करने वाले अपने एक जानने वाले से संपर्क करने को कहा, जिसने बेटे को इसकी जानकारी दी. नवनूर ने जीटीबी नगर अस्पताल के कर्मचारियों से भी BMW चलाने वाले के बारे में बार-बार पूछा, लेकिन पांच घंटे बाद उन्हें पता चला कि वह उसी अस्पताल में भर्ती है. कार में सवार लोगों को मामूली चोटें आई हैं.

नवजोत सिंह के दोस्त रिशव सम्राट ने भी दुर्घटनास्थल से अस्पताल की दूरी पर सवाल उठाया. उन्होंने कहा, “एम्स और सफदरजंग अस्पताल ज्यादा नजदीक थे. मुझे बाद में पता चला कि जीटीबी नगर वाला अस्पताल BMW चला रही महिला के परिवार से जुड़ा था. उन्होंने बताया कि नवजोत सिंह ऑपरेशन सिंदूर में शामिल थे और भारत का प्रतिनिधित्व करने के लिए कई देशों का दौरा कर चुके थे. पिछले महीने ही वह स्पेन से लौटे थे.

दिल्ली पुलिस ने मामले में दर्ज की FIR

इस मामले में पुलिस ने दोनों वाहनों (बाइक और BMW) को जब्त कर लिया है और एफएसएल टीम से जांच कराई जा रही है. पुलिस ने कहा कि डिप्टी डायरेक्टर की पत्नी की हालत स्थिर होने पर उनका बयान दर्ज किया जाएगा. दिल्ली पुलिस इस मामले में सबूत नष्ट करने और छिपाने की कोशिश पर भी जांच कर रही है. पुलिस ने 105, 125B, 281 और 238के तहत FIR दर्ज की है.

वहीं मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि नवजोत सिंह की कार को तेज रफ्तार BMW ने टक्कर मारी थी. टक्कर इतनी ज़ोरदार थी कि कार बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई. पुलिस ने बताया कि पीसीआर को तीन कॉल्स आए थे, जिनमें कहा गया था कि धौला कुआं से दिल्ली कैंट मेट्रो स्टेशन जाने वाले रास्ते पर भीषण जाम लगा हुआ है. सूचना के बाद पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे और देखा वहां पर एक BMW कार गिरी हुई थी. वहीं एक मोटरसाइकिल सड़क पर खड़ी थी. यह हादसा मेट्रो के पिलर नंबर 67 के पास हुआ है. प्रत्यक्षदर्शियों ने पुलिस को बताया कि एक महिला कार चला रही थी और उसने ने टक्कर मारी है.

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