उत्तर प्रदेश

चाहे व्यापारी हो या उपभोक्ता सभी को जीएसटी दरों में परिवर्तन का लाभ मिलेगा: कुच्छल

न्युज डेस्क उत्तर प्रदेश । नोएडा । राजेश शर्मा । उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल, नोएडा इकाई की हरौला सेक्टर 5 में एक अहम बैठक में भारत सरकार द्वारा की गयी जीएसटी कटौती को बेहद खास बताते हुए प्रसन्नता जाहिर की।
बैठक को संबोधित करते हुए चेयरमैन नरेश कुच्छल ने कहा कि सरकार द्वारा टैक्स कटौती से 400 से अधिक वस्तुओं और सेवाओं पर टैक्स घटा दिया गया है और केवल 20-22 वस्तुओं पर ही टैक्स बढ़ाया गया है। पहले सभी व्यापारियों को जीएसटी टैक्स स्लैब के चार खाते रखने पड़ते थे। चार खातों का प्रतिदिन हिसाब किताब भी रखना पड़ता था जिसमें उनको ज्यादा परिश्रम करना पड़ता था। अब टैक्स के दो स्लैब होने से केवल दो खाते 5 और 18 प्रतिशत रखने पड़ेगे जिससे व्यापारियों का समय और परिश्रम बचेगा।
अध्यक्ष रामअवतार सिंह ने कहा कि व्यापारी अपना जो भी सामान कंपनियों तथा बड़े बाजारों से खरीदता था तो उसे 28 प्रतिशत का टैक्स चुकाकर लाना पड़ता था। परन्तु अब टैक्स 18 प्रतिशत हो जाने से व्यापारियों की लागत माल खरीदने में कम लगेगी और टैक्स कटौती से व्यापारियों का अपने दुकान में निवेश भी 10 प्रतिशत कम होगा। भारत सरकार ने जीएसटी में केवल टैक्स कटौती के साथ-साथ व्यापार मंडलों द्वारा अब तक दिये गये भिन्न-भिन्न सुझावों के अनुसार जीएसटी कानूनों में कई प्रकार के सुधार भी किये हैं। जैसे अब तक जीएसटी विभाग से रिफंड के लिए व्यापारी बहुत परेशान रहता था। कोई इसके लिए नियम नहीं था कि कितने दिनों में रिफंड मिलेगा। परन्तु, अब सरकार ने सात दिन में रिफंड देने का नियम बना दिया है। इससे व्यापारियों को भटकना नहीं पड़ेगा।
नरेश कुच्छल ने कहा कि पूर्व में जीएसटी के पंजीकरण के लिए महीनों लग जाते थे। परन्तु अब नये नियम के मुताबिक जीएसटी का पंजीकरण केवल तीनों में मिल जायेगा। यह सब सुधार व्यापारियों के लिए बेहद लाभप्रद हैं।
उन्होंने बताया कि 60 वर्ष से ऊपर का व्यक्ति चाहे वो किसी भी क्षेत्र का हो उसकी ताकत भी कम हो जाती है और आय भी कम हो जाती है। ऐसे बुजुर्ग जनमानस के लिए सरकार ने जीएसटी कटौती के दौरान इस वर्ग को लाभ पहुंचाने के लिए जीवन रक्षक दवाओं को पूरी तरह करमुक्त कर दिया है। पहले इन पर 5 और 12 प्रतिशत टैक्स था। सभी प्रकार के जीवन बीमा पालेंसियों पर जीएसटी की दरें शून्य कर दी गयी है जबकि पहले 18 प्रतिशत लगता था। सभी प्रकार की पटिट्यां, दवायें, ग्लूकोमीटर, आक्सीजन, डायगोन्सिटक किड, नजर का चश्मा, रबर दस्तानें एवं अन्य कई वस्तुओं पर 12 प्रतिशत से घटाकर नई दर 5 प्रतिशत कर दी गयी है। इस प्रकार स्वास्थ्य सेवाओं में जीएसटी की दरें कम होना बुजुर्गों के लिए वरदान है।
उन्होंने कहा कि सरकार ने जीएसटी कटौती में विद्यार्थियों का विशेष ध्यान रखा है। शिक्षा की वस्तुओं जैसे एटलस, पेन-पेसिंल, कापी आदि अनेक वस्तुओं को टैक्स से पूरी तरह मुक्त कर दिया है। यह सरकार का एक बहुत अच्छा कदम है। इससे गरीब विद्यार्थियों को पढ़ाई का अधिक सामान खरीदने में आसानी होगी। जीएसटी के टैक्सों में दी गयी राहतों से नवीनीकरणीय ऊर्जा उपकरण और कोयला आधारित बिजली उत्पादन पर जीएसटी दरों में संशोधन से बिजली की दरों में 14-15 पैसे यूनिट की कमी होने वाली है। यह लाभ भारत की 140 करोड़ जनता को मिलेगा। भारत सरकार ने ऊर्जा उपकरणों पर जीएसटी 12 प्रतिशत से घटाकर 5 प्रतिशत कर दी है।
इस अवसर पर नरेश कुच्छल चेयरमेन, राम अवतार सिंह अध्यक्ष, दिनेश महावर, विपिन अग्रवाल, बृजमोहन राजपूत, मूलचंद गुप्ता, सोहन वीर सिंह, सुभाष त्यागी, सत्यनारायण गोयल, राधेश्याम गोयल, महेंद्र कटारिया, पीयूष वालिया, संदीप चौहान आदि मौजूद रहे l

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