दिल्ली

खतरे के निशान के ऊपर बह रही यमुना, दिल्ली वालों के लिए अगले 48 घंटे अहम… इन इलाकों में बाढ़ का खतरा

दिल्ली में यमुना के तटीय इलाकों पर एक बार फिर बाढ का खतरा मड़रा रहा है. पहाड़ों में लगातार हो रही बारिश के चलते राजधानी में यमुना का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर गईं हैं. इसके चलते प्रशासन ने तटीय इलाकों में बाढ़ की चेतावनी जारी की है. दिल्ली में यमुना का जलस्तर सुबह 7:00 बजे 205.46 दर्ज किया गया है जो खतरे के 205.33 निशान से 0.13 मीटर ज्यादा है.

आने वाले 2-3 दिन में नदी का जलस्तर और भी बढ़ सकता है. यहां के लिए अगले 48 घंटे काफी अहम हैं क्योंकि हथिनीकुंड बैराज से हर घंटे 36536 क्यूसेक से ज्यादा पानी छोड़ा जा रहा है. इसके अलावा वजीराबाद बैराज से 58290 क्यूसेक और ओखला बैराज से 42006 क्यूसेक पानी हर घंटे छोड़ा जा रहा है.

दूसरी बार यमुना खतरे के निशान के ऊपर

हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में हो रही जबरदस्त बारिश का असर भी दिल्ली की यमुना के बाढ़ पर पड़ रहा है. बाढ के खतरे को देखते हुए संभावना जताई जा रही है कि अगले 48 घंटे में वाटर लेवल और ज्यादा बढ़ेगा तो यमुना के पुल को यातायात के लिए बंद कर दिया जाएगा. यह पिछले कुछ दिनों में दूसरी बार है जब यमुना नदी का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर गया है.

राहत बचाव की टीमें अलर्ट पर

कश्मीरी गेट, गीता कॉलोनी, यमुना का पुस्ता, गांधीनगर, सोनिया विहार जैसे निचले इलाकों में लोगों के घर खाली करने के आदेश दे दिए गए हैं. एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमों को अलर्ट पर रखा गया है. दिल्ली सरकार और प्रशासन पूरी तरीके से यमुना की स्थिति पर नजर बनाए हुए है.

लोगों को सतर्क रहने की अपील

जलस्तर 206 मीटर पहुंचने पर लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाना शुरू कर दिया जाएगा. प्रशासन ने लोगों को नदी किनारे न जाने की अपील की है. साथ ही वे तटीय इलाके जो बाढ़ की चपेट में सबसे पहले आ सकते हैं उन्हे सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी है.

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