हरियाणा

सीजेएम पवन कुमार ने लोहानी गांव में सामुदायिक मध्यस्थता केंद्र का शुभारम्भ

भिवानी, (ब्यूरो): हरियाणा राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, पंचकूला के निर्देशानुसार भिवानी जिले के नजदीकी गांव लोहानी में सामुदायिक मध्यस्थता केंद्र का शुभारम्भ किया गया। कार्यक्रम का आयोजन जिला विधिक सेवा प्राधिकरण भिवानी की ओर से किया गया। शुभारम्भ प्राधिकरण के चेयरमैन एवं जिला एवं सत्र न्यायाधीश डी.आर. चालिया के मार्गदर्शन तथा प्राधिकरण के सीजेएम-सह-सचिव पवन कुमार द्वारा रिबन काटकर किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत विधिक सेवा प्राधिकरण के अधिकारियों और ग्रामीणों की उपस्थिति में हुई। इस अवसर पर गांव के बुजुर्गों व महिलाओं ने भी बढ़-चढक़र भाग लिया। शुभारम्भ अवसर पर सीजेएम पवन कुमार ने कहा कि सामुदायिक मध्यस्थता केंद्र ग्रामीण समाज के लिए अत्यंत लाभकारी सिद्ध होंगे। ऐसे केंद्रों का उद्देश्य लोगों के बीच छोटे-मोटे विवादों को आपसी समझौते के माध्यम से सुलझाना है ताकि ग्रामीणों को अदालतों के चक्कर लगाने से राहत मिल सके। उन्होंने कहा कि इससे समय और धन दोनों की बचत होगी तथा समाज में आपसी भाईचारा और सहयोग की भावना मजबूत होगी। उन्होंने बताया कि मध्यस्थता केंद्र न केवल न्याय तक आसान पहुंच सुनिश्चित करेंगे बल्कि आपसी झगड़ों और तनाव को भी कम करेंगे। ग्रामीण अब छोटी-छोटी समस्याओं के लिए अदालतों में जाने की बजाय अपने ही गांव में समाधान पा सकेंगे। सीजेएम पवन कुमार ने अपने संबोधन में विशेष रूप से वरिष्ठ नागरिकों के अधिकारों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि सम्मान से जीवन, अधिकार से रक्षा” केवल एक नारा नहीं, बल्कि यह हर नागरिक का दायित्व है कि वह बुजुर्गों का सम्मान करे और उनके अधिकारों की रक्षा सुनिश्चित करे। उन्होंने ग्रामीणों को बताया कि वरिष्ठ नागरिकों के लिए बनाए गए विभिन्न कानून और योजनाएं उनके जीवन को सुरक्षित और सम्मानजनक बनाने में मददगार हैं। यदि कहीं पर भी उनके साथ किसी प्रकार का शोषण या अन्याय होता है तो विधिक सेवा प्राधिकरण हमेशा उनकी मदद के लिए तैयार है।
सीजेएम पवन कुमार ने आश्वासन दिया कि जिला विधिक सेवा प्राधिकरण समय-समय पर ऐसे जनहितकारी प्रयास करता रहेगा। उन्होंने सभी ग्रामीणों से अपील की कि वे विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा दी जा रही नि:शुल्क कानूनी सेवाओं का लाभ उठाएं और समाज को विवाद मुक्त बनाने में सहयोग करें। इस अवसर पर डीएलएसए स्टाफ, पैनल अधिवक्ता, अधिकार मित्र तथा गांव के अनेक ग्रामीण मौजूद रहे। सभी ने सामुदायिक मध्यस्थता केंद्र के उद्घाटन का स्वागत किया और कहा कि यह गांव व आसपास के क्षेत्रों के लिए एक बड़ी सौगात है। ग्रामीणों ने विश्वास जताया कि ऐसे केंद्रों की मदद से न केवल विवादों का निपटारा जल्दी होगा बल्कि समाज में शांति और सद्भावना का वातावरण भी बनेगा।

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