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शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स 11,00 अंक भागा, निवेशकों ने 10 मिनट में कमा लिए 5 लाख करोड़

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और पुतिन के बीच हुई मीटिंग के साथ-साथ पीएम मोदी की ओर से GST रिफॉर्म करने के फैसले का असर मार्केट पर देखने को मिल रहा है. भारतीय शेयर बाजार करीब 900 अंक से ज्यादा की तेजी के साथ ओपन हुआ. मार्केट का प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स सुबह 9 बजकर 25 मिनट तक करीब 940 अंकों की तेजी के साथ 81,538.76 पर ट्रेड कर रहा था. वहीं, निफ्टी 50 भी करीब 320 अंकों की तेजी के साथ 24,950 पर ट्रेड कर रहा था. लेकिन, कुछ समय बाद मार्केट में रिकॉर्ड रैली देखी गई और सेंसेक्स 11,00 अंक के पार चला गया. निवेशकों ने शुरुआती कारोबार में ही करीब 10 मिनट के भीतर 556,660.86 करोड़ रुपये कमा लिए.

पिछले कई दिनों से ग्लोबल टेंशन के बीच में मार्केट की चाल कमोबेश ऐसी ही रही है. भारतीय शेयर बाजार में उठा-पटक का दौर जारी है. बीते कारोबारी दिन यानी गुरुवार को भारतीय शेयर बाजार के सूचकांक मामूली बढ़त के साथ बंद हुए और बेंचमार्क निफ्टी 50 24,600 के स्तर से ऊपर बंद हुआ. सेंसेक्स 57.75 अंक या 0.07% बढ़कर 80,597.66 पर बंद हुआ था. जबकि निफ्टी 50 11.95 अंक या 0.05% बढ़कर 24,631.30 पर बंद हुआ था. लेकिन, आज सोमावर को खुलते ही बाजार ने 900 अंकों से ज्यादा की छलांग लगा ली. वहीं, 20 मिनट के भीतर ही मार्केट 11,00 अंक को भी पार कर गया.

टॉप गेनर्स और टॉप लूजर

भारतीय शेयर बाजार खुला तो करीब 900 अंकों की तेजी के साथ ही था. लेकिन, 10 मिनट के भीतर ही मार्केट ने अपनी चाल तेज कर ली. मार्केट का प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स 30 मिनट में ही 11,00 अंक के पास चला गया. इस दौरान सेंसेक्स की टॉप 30 कंपनियों में भी हलचल देखने को मिली. खबर लिखे जाने तक ऑटो सेक्टर में बूम देखने को मिल रहा है. बीएसई पर मारुति के शेयर करीब 8 फीसदी तक भाग गए हैं. वहीं, बजाज फाइनेंस के शेयरों में भी तेजी देखने को मिल रही है. वहीं अगर सेंसेक्स पर टॉप लूजर्स की बात करें तो मार्केट की रेली के बीच भी आटीसी, एलटी और सन फार्मा के शेयरों में गिरावट देखी जा रही है.

इन फैक्टर्स का दिख रहा है असर

भारतीय शेयर में आज रैली के पीछे कुछ फैक्टर्स हैं. जिनकी वजह से ही मार्केट में बूम देखने को मिल रहा है.

  1. पुतिन और राष्ट्रपति ट्रंप के बीच मीटिंग- अलास्का में शुक्रवार को रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन से मुलाकात के बाद, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इशारा दिया कि वो अब यूक्रेन संकट पर रूस की सोच के ज्यादा करीब हैं. ट्रंप ने कहा कि सीजफायर से ज्यादा जरूरी है शांति समझौता करना है. इससे ग्लोबल टेंशन के कम होने का संकेत मिला, जिसका पॉजटिव असर भारतीय मार्केट पर भी पड़ रहा है.
  2. तेल की कीमतों में गिरावट- इसके अलावा ग्लोबल टेंशन के कम होने से तेल की कीमतों को भी कम सपोर्ट मिला. तेल की कीमतों में भी हल्की गिरावट देखी गई. क्योंकि अमेरिका ने ट्रंप-पुतिन मीटिंग के बाद रूस के तेल निर्यात पर कोई नया बड़ा प्रतिबंध नहीं लगाया. ट्रंप ने यह भी कहा कि अभी चीन जैसे देशों पर रिटेलिएटरी टैरिफ लगाने की ज़रूरत नहीं है, लेकिन दो से तीन हफ्ते में इस पर दोबारा विचार हो सकता है. इससे बाजार में तुरंत सप्लाई रुकने का डर थोड़ा कम हुआ.
  3. जीएसटी रिफॉर्म का असर-बाजार का सेंटिमेंट इस वजह से भी पॉजिटिव रहा क्योंकि भारतीय सरकार ने बड़े टैक्स रिफॉर्म्स लाने की तैयारी की है, ताकि ट्रेड टेंशन्स के बीच ग्रोथ को सपोर्ट मिल सके. सरकार छोटी कारों पर जीएसटी 28% से घटाकर 18% करने पर विचार कर रही है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कंजम्प्शन टैक्स में कटौती का ऐलान भी किया. इससे मारुति सुजुकी जैसी ऑटो कंपनियों की सेल्स को बूस्ट मिलने की उम्मीद है, जिसके चलते आज ऑटो सेक्टर में भी हरियाली देखी जा रही है.

 

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