धर्म/अध्यात्म
सांग महोत्सव के तीसरे दिन दिन पुरणमल के सांग का किया मंचन
ईश्वर की कृपा प्राप्त करने के लिए सच्चाई और ईमानदारी है सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण

भिवानी (ब्यूरो): गांव उमरावत मे बाबा मुखरामदास, बलदेव दास व बाबा दुधाधारी की याद मे आयोजित चार दिवसीय सांग महोत्सव के तीसरे दिन सूर्य कवि पंडित लख्मीचंद के सुपौत्र विष्णु दत्त शर्मा के द्वारा पूर्ण मल के किस्से का मंचन किया गया। उन्होंने बताया कि पूरणमल के किस्से से मुख्य रूप से यह शिक्षा मिलती है कि सच्ची भक्ति और निष्ठा से भगवान शिव जैसे देवताओं को भी प्रसन्न किया जा सकता है। नाटक में, पूरनमल की भक्ति और उनके चरित्र की दृढ़ता ने भगवान शिव को प्रकट होने और उसे बचाने के लिए प्रेरित किया, जब उसके पिता, राजा, उसे मारने की कोशिश कर रहे थे। यह कहानी यह भी दर्शाती है कि ईश्वर की कृपा प्राप्त करने के लिए सच्चाई और ईमानदारी कितनी महत्वपूर्ण है।
सांगी विष्णु दत्त शर्मा ने बताया कि पंजाब राज्य के सियालकोट शहर में राजा सुलेमान राज किया करते थे। उनकी पत्नी इंछरादेह से कोई संतान नहीं थी इसलिए उन्होंने उनकी बहन नूनादेह से विवाह कर लिया। दूसरे विवाह से भी राजा को जब कोई संतान की प्राप्ति नहीं हुई तो राजा अपनी दोनों रानियों के साथ गुरु गोरखनाथ के पास पहुंचे।
गुरु गोरखनाथ ने राजा को आशीर्वाद दिया कि उनकी पहली पत्नी से एक पुत्र का जन्म होगा जिसका नाम उन्होंने पूरणमल रखना है। उसके साथी गुरु गोरखनाथ में राजा को चेतावनी दी कि पूरणमल को भौंरे में अदृश्य रखना। क्योंकि पूरणमल इतना तेजस्वी और सुंदर होगा जिसे देखकर स्वर्ग की अप्सराए उसे उठा कर ले जा सकती है। इस तरह पूरणमल के पैदा होने से लेकर 12 वर्ष तक शिक्षा व लालन पालन की व्यवस्था भौंरे में ही की गई। 12 वर्ष के बाद पूरणमल को जब भौंरे से बाहर निकाला गया।
कुछ वर्षों के पश्चात पूरणमल के रिश्ते आने शुरू हो गए, लेकिन पूरणमल ने विवाह करने से इंकार कर दिया। एक दिन राजा ने पूरणमल को उसकी छोटी मां (मौसी) के पास आशीर्वाद लेने के लिए भेजा तो पूरणमल को देखकर उसकी मौसी उसी पर आसक्त हो गई। आज सांग में अपार जन समूह का भरपूर सहयोग मिला और सांगी कलाकारों ने भी अपने अपने पात्र को जीवंत ढंग से खेला। आपको बता दें कि 27 जुलाई से शुरू हुए सांग महोत्सव का 30 जुलाई को समापन है और इसी दिन भंडारे का भी आयोजन किया जाएगा।
इस अवसर पर बाबा बलदेव दास सेवा समिति ने सभी कलाकारों का व सांग प्रेमियों आभार प्रकट किया और भविष्य में ऐसे कार्यक्रम करवाए जाने का सांग प्रेमियों को भरोसा दिलाया।