दो रात की नींद पर भारी रहा परीक्षार्थियों के भविष्य के प्रति ड्यूटी का फर्ज परीक्षार्थियों को समय पर परीक्षा केंद्रों तक पहुंचाने में रात ढ़ाई बजे से ही लगा प्रशासन
भिवानी, (ब्यूरो): मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के आदेशानुसार डीसी साहिल गुप्ता द्वारा जिला में सीईटी परीक्षा के निष्पक्ष और पारदर्शी ढंग से संपन्न करवाने को लेकर किए गए प्रबंध सार्थक साबित हुए। एक तरफ जहां सीईटी परीक्षा के दौरान अधिकारियों की दिन-रात की मेहनत रंग लाई वहीं ड्यूटी का फर्ज अधिकारियों और कर्मचारियों की दो रात की नींद पर भारी रहा। सोनीपत और महेंद्रगढ़ के लिए सिवानी और बहल से बसें रविवार अल सुबह 3.30 बजे ही रवाना हुई। बसों की रवानगी को लेकर बस स्टैंड की ओवरऑल इंचार्ज एवं सिवानी की एसडीएम विजया मलिक और जीएम रोडवेज दीपक कुंडू स्वयं बसों को रवाना करने में लगे रहे और उन्होंने पूरी व्यवस्था को संभाले रखा।
सरकार के निर्देशानुसार जिला में सीईटी परीक्षा को निष्पक्ष और पारदर्शी ढंग से संचालन को लेकर डीसी गुप्ता द्वारा सभी तरह से समुचित प्रबंध किए गए। एक तरफ जहां बसों की रवानगी का समय निर्धारित किया गया, वहीं दूसरी तरफ ग्रामीण क्षेत्रों से जाने वाले परीक्षार्थियों के लिए भी बसों की व्यवस्था की गई। इसी प्रकार से शहर में 35 जगहों पर बनाए गए 56 परीक्षा केंद्रों पर परीक्षार्थियों के पहुंचने के लिए सात रूट बनाए गए और जिन पर अलग-अलग एसडीएम को कमान दी गई। इसके साथ ही शहर में शटल बस सेवा चलाई गई। इसी प्रकार से 70 ड्यूटी मजिस्ट्रेट नियुक्त किए गए।
इस तमाम प्रबंधों का असर रविवार को भी सीईटी परीक्षा के दौरान दिखाई दिया। सिवानी की एसडीएम विजया मलिक की देखरेख में जीएम रोडवेज दीपक कुंडू ने रविवार को भी निर्धारित समय पर अन्य शहरों के लिए परीक्षार्थियों को बसों में रवाना किया। रोड़वेज के चालक, परिचालकों के अलावा निरीक्षक, उप निरीक्षक और लिपिक आदि पूरी व्यवस्था में लगे रहे। डीसी के आदेशानुसार सातों रूटों के ओवरऑल इंचार्ज यानि रूट नंबर एक पर एसडीएम महेश कुमार, रूट नंबर दो,तीन, चार के ओवरऑल इंचार्ज लोहारू के एसडीएम मनोज दलाल, रूट नंबर पांच, छह और सात के ओवरऑल इंचार्ज तोशाम के एसडीएम अशवीर नैन पूरी मुस्तैदी से साथ अपनी ड्यूटी पर तैनात रहे और परीक्षा केंद्रों पर शटल बस सेवा सुचारू रखने के साथ-साथ परीक्षा केंद्रों पर शांति व्यवस्था बनाए रखनी की कमान संभाली। इसी प्रकार से सीईओ जिला परिषद अजय चोपड़ा ने लघु सचिवालय परिसर में पुलिस की चाक चौबंद सुरक्षा के बीच प्रश्नपत्रों को परीक्षा केंद्रों तक भिजवाने और उनको वापिस जमा करवाने की व्यवस्था को देखा। वहीं नगराधीश अनिल कुमार सीईटी सभी औपचारिकताएं पूरी करवाने में जुटे रहे।




