मध्यप्रदेश

मैंने जो पोस्ट किया था, उसका एक-एक शब्द सही है… जानें किस मामले पर ऐसा बोलीं पूर्व सीएम उमा भारती

मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने बीते दिन सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक लंबा-चौड़ा पोस्ट किया था. इसमें उन्होंने अपने राजनीतिक जीवन और इससे परिवार पर प्रभाव का जिक्र किया था. उन्होंने कहा था कि मेरे परिवार ने मेरी राजनीति की वजह से बहुत कष्ट उठाया है. शायद ही मध्य प्रदेश भाजपा के बड़े पदों पर बैठे नेताओं के परिवार ने इतने कष्ट उठाए हों. सरकार चाहे कांग्रेस की रही हो या भाजपा की, मेरी वजह से उनकी खूब प्रताड़ना हुई. लूट, डकैती जैसे झूठे आरोप लगे और कोर्ट में हमेशा वह पूरी तरह से निर्दोष साबित हुए. मेरे भाइयों की संताने मेरी छवि की चिंता की वजह से स्वयं जितनी योग्यता रखते थे उतनी तरक्की नहीं कर पाए. मेरे एक भाई के बेटे राहुल को टिकट देना परिवार पर कोई एहसान नहीं था पार्टी की मजबूरी थी. अब इस पोस्ट को लेकर उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कई और बातें कही हैं.

पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने कहा, जो कल मैंने पोस्ट किया था, उसका एक-एक शब्द सही है. मेरे एक भाई को नगर पालिका अध्यक्ष से हटा दिया गया, एक भाई ने वीआरएस लिया. उन्होंने कहा, मैं इंदौर और भोपाल का अभिनंदन करती हूं कि स्वच्छता में बढ़ गए हैं. प्रदेश का गौरव बढ़ाया है. उन्होंने पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत के एक्शन को लेकर प्रधानमंत्री मोदी को धन्यवाद भी दिया.

मैं पार्टी के हर आंदोलन में रही

पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने कहा, मुझे केरल, असम, बंगाल और उत्तर प्रदेश मुझे भेजा गया, वहां पार्टी का विस्तार हुआ. मध्य प्रदेश में हर चुनाव मिलकर होता था. मैं पार्टी के हर आंदोलन में रही. पार्टी छोड़ने के बाद मैं बीजेपी में नहीं आना चाहती थी. मोदी जी और अमित शाह मुझसे नाराज नहीं रहते. मैं गंगा से संबंधित सरकार या संगठन में करूंगी. मुझे बीजेपी से कोई अलग नहीं कर सकता.

उन्होंने कहा कि राज्य की दोनों सरकारों ने मुझे प्रताड़ित किया. मेरे भाइयों पर लूट डकैती के केस लगाए गए. दिग्विजय सिंह के समय भाइयों पर हत्या के आरोप लगे लेकिन सब बरी हो गए. मुझ पर और भाई भतीजों पर केस दर्ज किया गया. व्यापम में मेरा नाम कैसे आया. मुझे सीबीआई और अन्य एजेंसियों पर भरोसा था. मेरी मां की मृत्यु के बाद व्यापम में मेरा नाम क्या इसलिए लाया गया ताकि कुछ लोगों छोड़ा जाए.

बीजेपी का कोई भी अध्यक्ष हो हम सबका साथ देंगे

उन्होंने पार्टी अध्यक्ष पद को लेकर भी प्रतिक्रिया दी. उमा भारती ने कहा कि मेरा नाम दे देते तो भी मैं नहीं कर पाती. मैं चल नहीं पाती हूं. बीजेपी का कोई भी अध्यक्ष हो हम सबका साथ देंगे. उन्होंने संघ के 75 वर्ष ने रिटायरमेंट पर कहा कि मैं संगठन की सदस्य नहीं हूं. मैं विचारधारा की अनुयाई हूं. बीजेपी क्या आपके कार्यों को नजर अंदाज कर रही है? इस पर उन्होंने कहा कि कोई मुझे नजरअंदाज नहीं कर रहा.

उमा भारती ने कहा, मैंने अटल-आडवाणी के साथ काम किया है. मेरा नाम उनके साथ चलता था. मैं दोनों से 40 साल छोटी, मैं अभी 65 की हूं. अभी 15-20 साल और राजनीति करूंगी. चुनाव भी जरूर लडूंगी. आगे चुनाव में जरूरत पड़ेगी. उन्होंने मध्य प्रदेश सरकार को लेकर भी प्रतिक्रिया दी. कहा कि गौ, गंगा, शराबबंदी मेरा विश्वास है. गौ के अभियान में मोहन यादव रुचि ले रहे हैं. मोहन यादव महाकाल का प्रसाद हैं. गंगा की स्पीड कम है. गौ के नाम पर व्यवसाय न हो. सेवा में मेवा नहीं खानी है.

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