हाथ में ओम का टैटू, कांवड़ियों के भंडारे में घुसा; कपिल बने ‘फैज’ की कैसे खुल गई पोल?

उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जिले के बिलारी नगर में स्थित गांधी पार्क में भोले सेवा समिति द्वारा कांवड़ियों के लिए भंडारे का आयोजन किया गया था. इस दौरान रात लगभग 8 बजे मोहम्मद फैज, जो बहजोई के नया गांव का निवासी बताया गया, कथित तौर पर कपिल नाम का उपयोग कर कांवड़ियों के साथ भंडारे में शामिल हुआ. आयोजन समिति को उसकी पहचान पर संदेह हुआ, जिसके बाद उन्होंने उससे कड़ाई से पूछताछ की. पूछताछ में मोहम्मद फैज ने अपनी वास्तविक पहचान स्वीकार की.
कमेटी के अनुसार, मोहम्मद फैज ने अपने हाथ पर ‘ओम’ का टैटू बनवाया था. पूछताछ के बाद आयोजन समिति ने उसे भोजन कराया और फिर स्थानीय पुलिस के हवाले कर दिया. पुलिस ने मोहम्मद फैज को हिरासत में लिया है और उसकी मंशा के बारे में जांच कर रही है. इस घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसके बाद इस मामले ने लोगों का ध्यान आकर्षित किया है. इस घटना ने स्थानीय स्तर पर चर्चा को जन्म दिया है और पुलिस आगे की जांच में जुटी है. पुलिस ने इस मामले में शिकायत के आधार पर मुकदमा दर्ज कर कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है.
पूछताछ में बताया सच
आयोजन समित के कई लोगों को जब फैज की हरकतों पर शक हुआ तो उन्होंने उससे पूछताछ की. इस पर फैज ने अपना नाम कपिल बताया. लेकिन समिति के लोगों को यकीन नहीं. उन्होंने एक बार फिर से सख्ती से पूछताछ की तो फैज ने अपना सही नाम बताया. फैज ने पहले अपना नाम कपिल बताया था और लोगों को हाथ पर बने टैटू ऊं के निशाना को भी दिखाया था. आयोजन समिति के लोगों ने इस मामले में पुलिस से शिकायत करते हुए फैज को पुलिस के हवाले कर दिया. पुलिस मामले में आगे की कार्रवाई कर रही है.
पुलिस ने युवक को किया अरेस्ट
बिलारी कोतवाली के प्रभारी निरीशक्षक ने जानकारी देते हुए कहा कि कांवड़ियों के लिए भंडारे का आयोजन किया गया था, जिसमें एक मुस्लिम युवक नाम बदलकर शामिल हुआ था. मुस्लिम युवक ने अपना नाम कपिल बताया था जबकि उसका असली नाम फैज है. शिकायत मिलने के बाद मामले की जांच की जा रही है. वहीं आरोपी से पूछताछ की जा रही है कि वो किस मकसद से कांवड़ियों के भंडारे में शामिल हुआ था.