करोड़ों की योजनाओं पर दो कोड़ी का काम, डूब गया गुड़गांव, लोगों ने की स्वीमिंग

गुड़गांव: हर बार होने वाले जलभराव को रोकने के लिए करोड़ों रुपए की योजनाएं तैयार की जाती हैं, लेकिन इन योजनाओं पर काम किस तरह से होता है उसका अंदाजा मानसून की पहली बारिश से ही लग गया है। यूं कहें कि करोड़ों रुपए की योजनाओं पर दो कोड़ी का काम किया गया हो तो कोई संशय नहीं होगा। मानसून की करीब तीन घंटे तक हुई पहली बारिश ने पूरे गुड़गांव को दरिया में तब्दील कर दिया। सड़कों पर गाड़ियां तक डूब गई। अंडरपास में पानी भर गया। सेक्टर-22 एरिया में हुए जलभराव में लोग स्वीमिंग करते नजर आए।
उन्होंने सड़क पर हुए जलभराव में तैराकी कर प्रशासन को उनके दावों की हकीकत दिखाने का काम किया। जिन अधिकारियों ने दावा किया था कि इस बार मानसून में गुड़गांव की स्थिति बेहतर रहेगी उन अधिकारियों के दावे भी इसी बारिश के पानी में बहते नजर आए। लोगों के घरों में भी पानी घुस गया और सड़कों पर भी जाम लग गया। हालांकि रात को कुछ समय के लिए इंद्रदेव ने राहत प्रदान की और बारिश बंद हुई, जिससे गुड़गांव में हुए बाढ़ के हालात से लोगों को थोड़ी राहत मिली, लेकिन अल सुबह एक बार फिर झमाझम बारिश शुरू हो गई जिसके बाद दोबारा जलभराव होने लगा। सड़कों पर सुबह ही जाम लग गया जिससे वाहन चालकों को परेशानी हुई। वहीं, बारिश के दौरान ट्रैफिक पुलिसकर्मी भी मुस्तैद नजर आए। देर रात तक पुलिसकर्मी भी ट्रैफिक व्यवस्था भी दुरुस्त करते नजर आए।
शहर में हुए जलभराव और अधिकारियों के दावों को लोगों ने सोशल मीडिया पर नगर निगम, जीएमडीए सहित जिला प्रशासन को भी जमकर ट्रोल किया जा रहा है। लोगों का कहना है कि जिस तरह से अधिकारियों के दावों से घर-घर तक पानी पहुंचा है उससे साफ है कि जलभराव रोकने के नाम पर केवल फाइलों का ही खेल, खेला जा रहा है। मंत्री सहित प्रशासन के आला अधिकारियों ने दर्जनों बार जलभराव रोकने के लिए समीक्षा बैठक की और दावा किया कि इस बार जलभराव नाम मात्र का होगा, लेकिन हालात इसके उलट नजर आए।
राजीव चौक, अंडरपास को वाहनों के आवागमन के लिए बंद कर दिया गया। पानी अंडरपास में प्रवेश न कर जाए इसके लिए मिट्टी और रेत से भरे कट्टे लगा दिए गए। कुछ इस तरह के हालात गोल्फ कोर्स रोड, सुभाष चौक सहित अन्य स्थानों पर भी देखने को मिले। वहीं, इस जलभराव के कारण जहां कई गाड़ियों और दोपहिया वाहन खराब होकर बंद हो गए तो कुछ वाहनों के पानी में छिपे गड्ढों के कारण नुकसान भी हुए। वहीं, जलभराव के कारण लोगों को घंटो जाम से भी जूझना पड़ा। वहीं, गुड़गांव में सड़क का एक बड़ा हिस्सा धंसने के कारण एक ट्रक भी पलट गया।
नगर निगम के अधिकारियों ने सोशल मीडिया पर देर रात को एक पोस्ट अपडेट करते हुए यह भी दावा किया कि वह रात भर धरातल पर काम कर रहे थे। वहीं, जिला प्रशासन ने ऑरेंज अर्ल्ट जारी करते हुए बैंक कर्मचारियों और कॉरपोरेट्स को वर्क फ्रॉम होम करने की एडवाइजरी जारी की है। वहीं, प्रशासन की मानें तो गुड़गांव तहसील के अंतर्गत 133 एमएम, हरसरू और कादीपुर में 119 एमएम, वजीराबाद में 122 एमएम, बादशाहपुर में 48एमएम, सोहना में 18एमएम, मानेसर में 55 एमएम, पटौदी में 33एमएम तथा फर्रूखनगर में 67 एमएम बारिश बारिश हुई है। फिलहाल अल सुबह से ही प्रशासनिक अधिकारी फील्ड में पहुंचकर स्थिति का जायजा लेने और व्यवस्था सुधारने का दावा कर रहे हैं।