पुलिस पर मारपीट के आरोप लगाने वाली ममता खुद जांच के घेरे में, महिला आयोग का सख्त रुख… जानिए पूरा मामला

कैथल: सीवन थाना पुलिस पर महिला से मारपीट और प्रताड़ना के आरोपों के मामले में हरियाणा महिला आयोग की चेयरपर्सन रेनू भाटिया ने सख्त रुख अपनाया है। आयोग ने पूरे मामले की गहराई से जांच के निर्देश देते हुए ममता और उसके पति के फोन की कॉल हिस्ट्री, मैसेज रिकॉर्ड व सोशल मीडिया गतिविधियों को साइबर सेल के माध्यम से रिकवर करने के आदेश दिए हैं। आयोग ने जांच रिपोर्ट 15 दिन में सौंपने के निर्देश भी जारी किए हैं।
महिला आयोग की चेयरपर्सन ने कहा कि अब तक ममता ने कितनी लड़कियों को अपने जाल में फंसाया है, कितने युवकों से दोस्ती करवाई गई, और कितने युवक उसके संपर्क में थे, इसकी पूरी जांच की जाए। उन्होंने स्पष्ट किया कि इस मामले को पूरी तरह से तथ्यों के आधार पर निपटाया जाएगा और इसमें सीसीटीवी फुटेज, डिजिटल साक्ष्य, कॉल रिकॉर्ड सहित सभी तकनीकी पहलुओं को जांच का हिस्सा बनाया जाएगा।
रेनू भाटिया ने बताया कि इससे पहले भी महिला आयोग को ममता जैसे एक झूठे मामले की शिकायत मिली थी, जो जांच में फर्जी पाई गई। इसलिए इस केस में ममता की भूमिका संदिग्ध मानी जा रही है। आयोग का उद्देश्य सच्चाई को सामने लाना है ताकि निर्दोषों को फंसने से रोका जा सके और दोषियों को सजा दिलवाई जा सके।
वहीं, आयोग की सुनवाई के दौरान नाबालिग पीड़िता के परिजनों ने आयोग के समक्ष अपनी बात रखते हुए ममता सहित अन्य आरोपियों की जल्द से जल्द गिरफ्तारी की मांग की। उन्होंने कहा कि पीड़िता मानसिक रूप से परेशान है और उसे न्याय दिलवाना बेहद जरूरी है।