अतीक अहमद के बेटे अली से नहीं मिल पाएंगे उसके गुर्गे, 61 को नैनी जेल से किया गया शिफ्ट

प्रयागराज की सेंट्रल नैनी जेल में बंद माफिया अतीक अहमद के बेटे अली अहमद को लेकर जेल प्रशासन ने फिर से सतर्कता बढ़ा दी है. अली से जेल के अंदर अतीक अहमद के गुर्गों का कोई संपर्क न हो पाए इसके लिए कदम उठाए गए हैं. जेल प्रशासन की अतीक के बेटे अली की पल पल पर नजर है. सीसीटीवी की चौबीसों घंटे निगरानी में रखने के बाद अब उस संभावना को भी खत्म कर दिया गया है जिसमें अली अतीक के गुर्गों से संपर्क कर सकता है.
इसी सेंट्रल नैनी जेल में बंद अतीक अहमद के 61 गुर्गों को जेल से शिफ्ट कर दिया गया है. जेल अधीक्षक रंग बहादुर पटेल के मुताबिक सेंट्रल नैनी जेल में बंद 61 विचाराधीन कैदियों को सेंट्रल नैनी जेल से जिला जेल भेजा गया है. ये सभी अतीक अहमद के गुर्गे हैं.
बताया जा रहा है कि इन्ही गुर्गों की वजह से अतीक अपना साम्राज्य चलाता था, जो अतीक अहमद की हत्या के बाद अतीक अहमद के बेटे अली अहमद की रहनुमाई में है. इन्हीं के नेटवर्क से अली और अतीक के बचे हुए गैंग के सदस्यों के बीच भी संभव था.
कैश मिलने के बाद जागा प्रशासन
सेंट्रल नैनी जेल के हाई सिक्योरिटी बैरक में बंद अली के पास 17 जून को 1100 रुपये नकदी व प्रतिबंधित सामान मिले थे. इसके बाद डिप्टी जेलर व हेड वॉर्डर को निलंबित कर दिया गया. डीआईजी जेल राजेश श्रीवास्तव के नेतृत्व वाली तीन सदस्यीय टीम इस प्रकरण की जांच कर रही है. अली की बैरक भी शिफ्ट कर दी गई.
डीजी जेल की तरफ से अली की एक एक मूवमेंट पर निगरानी की जा रही है. माना जा रहा है कि इसी कड़ी में अतीक के 61 गुर्गों को भी सेंट्रल नैनी जेल से जिला जेल शिफ्ट किया गया है. ये सब अंडर ट्रायल बंदी थे. जिला जेल अधीक्षक अमिता दुबे ने भी इसकी पुष्टि की है.
उन्होंने बताया है कि केंद्रीय कारागार से स्थानांतरित 127 विचाराधीन बंदियों को पहले 10 दिनों तक क्वारंटाइन किया गया है. इसके बाद उन्हें निर्धारित बैरकों में शिफ्ट किया जाएगा.