एक झटके में धड़ाम हुए सोना-चांदी के दाम, अब इतनी रह गई 10 ग्राम सोने की कीमत

मंगलवार को सोने और चांदी की कीमतों में भारी गिरावट देखने को मिली. मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर सोने का भाव ₹97,000 से नीचे चला गया, जबकि चांदी की कीमतों में भी करीब 1% की कमी आई. इस गिरावट की बड़ी वजह है अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का इजरायल और ईरान के बीच युद्धविराम की घोषणा. इस खबर ने सोने की सुरक्षित निवेश (सेफ हेवन) की मांग को कम कर दिया, जिसका असर अंतरराष्ट्रीय और भारतीय बाजारों में साफ दिखा.
MCX पर सोने-चांदी की कीमतें गिरीं
मंगलवार सुबह MCX पर सोने की कीमत 0.58% की गिरावट के साथ ₹98,807 प्रति 10 ग्राम पर खुली, जो पिछले बंद भाव ₹99,388 से काफी कम है. दिन के शुरुआती कारोबार में सोने का भाव और नीचे गया और ₹96,422 के स्तर तक पहुंचा, जो 2.98% की भारी गिरावट को दर्शाता है. वहीं, चांदी की कीमतें भी 0.24% कम होकर ₹1,06,502 प्रति किलोग्राम पर खुलीं, जो पिछले बंद भाव ₹1,06,759 से कम है. चांदी का सबसे निचला स्तर ₹1,05,905 रहा. सुबह 9:10 बजे तक MCX पर सोने की कीमत ₹1,210 यानी 1.22% की गिरावट के साथ ₹98,178 प्रति 10 ग्राम पर थी. चांदी की कीमत भी ₹825 यानी 0.77% कम होकर ₹1,05,934 प्रति किलोग्राम पर कारोबार कर रही थी.
वैश्विक बाजार में भी सोने-चांदी की चमक फीकी
अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी सोने और चांदी की कीमतों में कमी देखी गई. स्पॉट गोल्ड की कीमत 0.5% गिरकर $3,351.47 प्रति औंस पर आ गई, जो 11 जून के बाद का सबसे निचला स्तर है. यूएस गोल्ड फ्यूचर्स भी 0.9% की गिरावट के साथ $3,365.30 पर कारोबार कर रहे थे. वहीं, स्पॉट सिल्वर की कीमत 0.1% कम होकर $36.10 प्रति औंस पर थी.
इस गिरावट की वजह डोनाल्ड ट्रंप की ओर से की गई घोषणा रही, जिसमें उन्होंने इजरायल और ईरान के बीच पूर्ण और संपूर्ण युद्धविराम की बात कही. ट्रंप ने इसे 12-दिवसीय युद्ध का आधिकारिक अंत बताया. हालांकि, ईरान के एक अधिकारी ने युद्धविराम की पुष्टि की, लेकिन ईरान के विदेश मंत्री ने कहा कि जब तक इजरायल अपनी हमलावर कार्रवाइयां नहीं रोकता, तब तक कोई युद्धविराम नहीं होगा.
युद्धविराम से क्यों गिरी कीमतें?
रिलायंस सिक्योरिटीज के सीनियर रिसर्च एनालिस्ट जिगर त्रिवेदी, ने बताया कि इजरायल और ईरान के बीच युद्धविराम की खबर ने सोने की सेफ हेवन मांग को कम कर दिया. जब वैश्विक तनाव कम होता है तो निवेशक सोने जैसे सुरक्षित निवेश से हटकर जोखिम भरे निवेश की ओर बढ़ते हैं. यही वजह है कि सोने और चांदी की कीमतों में गिरावट आई.
उन्होंने आगे कहा कि अब निवेशकों की नजर अमेरिकी फेडरल रिजर्व के चेयरमैन जेरोम पॉवेल की मंगलवार और बुधवार को होने वाली कांग्रेस के सामने गवाही पर टिकी है. पॉवेल के बयान से फेडरल रिजर्व की ब्याज दरों और नीतिगत दिशा पर स्पष्टता मिल सकती है, जो सोने की कीमतों को और प्रभावित कर सकता है.
फेडरल रिजर्व की नीतियों का दिखेगा असर
अमेरिकी फेडरल रिजर्व की उपाध्यक्ष मिशेल बोमैन ने हाल ही में कहा कि ब्याज दरों में कटौती का समय करीब आ रहा है, क्योंकि नौकरी बाजार में जोखिम बढ़ रहे हैं. पॉवेल मंगलवार को हाउस फाइनेंशियल सर्विसेज कमेटी के सामने भी बोलेंगे, जिससे निवेशकों को फेड की भविष्य की नीतियों का अंदाजा मिलेगा. ब्याज दरों में कटौती की संभावना सोने की कीमतों को समर्थन दे सकती है, क्योंकि कम ब्याज दरें सोने जैसे गैर-ब्याज देने वाले निवेश को आकर्षक बनाती हैं.
सोने-चांदी की कीमतों का तकनीकी विश्लेषण
राहुल कालंत्री, मेहता इक्विटीज लिमिटेड के वीपी (कमोडिटीज) ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने का सपोर्ट लेवल $3,345 – $3,320 पर है, जबकि रेजिस्टेंस लेवल $3,400 – $3,422 पर है. वहीं चांदी का सपोर्ट लेवल $36.35 – $36.10 पर है और रेजिस्टेंस लेवल $37.00 – $37.25 पर है. राहुल के मुताबिक MCX पर सोने का सपोर्ट लेवल ₹98,750 – ₹98,490 पर है, जबकि रेजिस्टेंस लेवल ₹99,650 – ₹1,00,000 पर है. वहीं चांदी का सपोर्ट लेवल ₹1,05,880 – ₹1,05,000 पर है और रेजिस्टेंस लेवल ₹1,07,550 – ₹1,08,400 पर है.
अभी और गिर सकता है सोने का दाम
विशेषज्ञों का मानना है कि सोने और चांदी की कीमतों पर अब वैश्विक और घरेलू कारकों का मिला-जुला असर दिखेगा. अगर फेडरल रिजर्व की ओर से ब्याज दरों में कटौती के संकेत मिलते हैं, तो सोने की कीमतों को कुछ समर्थन मिल सकता है. दूसरी ओर, अगर इजरायल-ईरान युद्धविराम पूरी तरह लागू हो जाता है तो सोने की कीमत और कम हो सकती है.